दुनिया के वो शासक जिनके खून से सना इतिहास... पढ़िए इतिहास के सबसे क्रूर शासक
दुनिया के इतिहास में ऐसे कई शासक रहे जिन्होंने अपनी क्रूर वरिष्ठता से लाखों लोगों की जान ली और विरोधियों पर बेरहम अत्याचार किए. अतिला द हन ने 434–453 ईस्वी में यूरोप और एशिया में रक्तपात फैलाया, जबकि चंगेज खान (1206–1227) के आक्रमणों में लगभग 40 मिलियन लोग मारे गए.

दुनिया के इतिहास ने कई ऐसे शासक देखे हैं, जिन्होंने अपनी क्रूरता और निर्दयता के चलते लाखों लोगों की जान ली। इन शासकों ने युद्ध और दमन को अस्तित्व का माध्यम बना लिया था और विरोधी जनसमूहों पर बेरहम हमले किए. आज हम आपको तीन ऐसे शासकों के बारे में बताएंगे, जिनके नाम सुनते ही इतिहास में क़यामत की तस्वीर उभर आती है। इनने सैकड़ों शहरों को उजाड़ा, विरोधियों को पीड़ा‑सूचक तरीकों से मरवाया और मानवता के लोकतांत्रिक मूल्यों का पूर्ण क्षय किया.
अतिला द हन का आतंक
शासनकाल: 434–453 ईस्वी
क्षेत्र: यूरोप और एशिया के उत्तरी भाग
हजारों से लेकर लाखों तक लोगों की मौत
हूण साम्राज्य का यह शासक अपनी सैन्य दमन नीति और व्यापक लूट‑पाट के लिए कुख्यात था. अतिला ने रोमन साम्राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों पर भी हमला कर इतिहास में रक्तपात का अमिट अध्याय लिखा. चंगेज खान (Genghis Khan) की बर्बरता
शासनकाल: 1206–1227 ईस्वी
मंगोल साम्राज्य का विस्तार एशिया और पूर्वी यूरोप तक
जनसंहार: लगभग 40 मिलियन लोगों की मौत
मंगोल साम्राज्य के संस्थापक ने तेज‑तर्रार घुड़सवारों की सेनाएं खड़ी कर दी थी. इसके आक्रमणों में शहरों की सहमी धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक संरचनाएं तहस‑नहस हो गई. इतिहासकार चंगेज खान को मानव इतिहास का सबसे बड़ा खूनी शासक मानते हैं.
तैमूर लंग का नरसंहार
शासनकाल: 1370–1405 ईस्वी
क्षेत्र: मध्य एशिया, ईरान, मेसोपोटामिया तक
लगभग 17 मिलियन लोगों की मौत
अपने विरोधियों के सिरों के पिरामिड बनवाने के लिए विख्यात, तैमूर लंग ने अपनी सेना के हाथों लाखों निर्दोषों को मौत के घाट उतारा. विजय प्राप्ति पर उसका बर्बर उत्सव मानवीय पीड़ा का पर्व बन गया था.


