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'मोदी ने अमेरिका के सामने टेके घुटने', ट्रंप के युद्ध रोकने के दावे पर कांग्रेस ने उठाए गंभीर सवाल

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर यह विवादित दावा किया है कि मई महीने में भारत और पाकिस्तान के बीच जबरदस्त सैन्य तनाव के दौरान उन्होंने ही हस्तक्षेप कर परमाणु युद्ध को टालने में अहम भूमिका निभाई थी. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों के नेताओं को व्यापार रोकने की धमकी दी, जिसके बाद युद्धविराम संभव हो सका.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध को रोका और दोनों देशों को युद्धविराम के लिए मजबूर किया. हालांकि, भारत की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि अमेरिका का इस संघर्ष विराम में कोई हस्तक्षेप नहीं था.

ट्रंप के इस ताजे बयान ने एक बार फिर भारतीय राजनीति में उबाल ला दिया है. कांग्रेस ने भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी ने देशहित को नजरअंदाज कर डोनाल्ड ट्रंप के दबाव के आगे घुटने टेक दिए. कांग्रेस प्रवक्ताओं ने मोदी पर 'तालियों की भूख' का आरोप लगाते हुए कहा कि वो विदेशी नेताओं की वाहवाही के लिए देश के हितों को ताक पर रख देते हैं.

ट्रंप ने फिर दोहराया 'परमाणु युद्ध' रोकने का दावा

डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को नीदरलैंड्स के हेग शहर में NATO समिट के दौरान प्रेस को संबोधित करते हुए दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को फोन कर धमकी दी कि अगर युद्ध नहीं रोका गया तो अमेरिका व्यापार नहीं करेगा. ट्रंप ने कहा, 'शायद इन सभी युद्धों में सबसे अहम था भारत-पाकिस्तान का संघर्ष. मैंने उन्हें फोन करके साफ कह दिया था—अगर आप एक-दूसरे से लड़ेंगे तो हम व्यापार नहीं करेंगे. जनरल असीम मुनीर (पाकिस्तान) बेहद प्रभावशाली थे. प्रधानमंत्री मोदी मेरे अच्छे दोस्त हैं, एक शानदार व्यक्ति हैं. मैंने उन्हें समझाया और उन्होंने कहा, 'हमें व्यापार करना है', तो इस तरह हमने परमाणु युद्ध रोका.'

भारत ने किया ट्रंप के दावे का खंडन

भारत सरकार पहले ही ट्रंप के इस दावे को खारिज कर चुकी है. पीएम मोदी ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका का भारत-पाक युद्धविराम में कोई रोल नहीं रहा. भारत का कहना है कि पाकिस्तानी सेना के डीजीएमओ ने भारतीय समकक्ष को कॉल कर खुद युद्ध विराम की गुजारिश की थी. गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान जाने के बाद भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के आतंकी ढांचों पर सटीक हमला किया था. इसके बाद 10 मई को दोनों देशों के बीच संघर्षविराम की स्थिति बनी.

'मोदी की कमजोरी है विदेशी तारीफ'

ट्रंप के बयान के बाद कांग्रेस ने पीएम मोदी को घेरते हुए सोशल मीडिया पर निशाना साधा. पार्टी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा –
'ट्रंप ने 18वीं बार कहा – मैंने भारत-पाक युद्ध रोका. मैंने कहा- अगर युद्ध हुआ तो व्यापार नहीं होगा. दोनों देशों के नेताओं ने कहा- हमें व्यापार करना है, इसलिए हम युद्ध नहीं करेंगे.'

कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने पोस्ट किया

आपको बता दें कि यह 10 मई के बाद 16वीं बार है जब डोनाल्ड ट्रंप ने ये दावा दोहराया है. वहीं कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने तीखा हमला करते हुए लिखा, 'चीन से लेकर अमेरिका तक, दुनिया जानती है कि प्रधानमंत्री मोदी की सबसे बड़ी कमजोरी है तालियां और प्रशंसा. उन्हें थोड़ा सराहो और वो भारत के हितों को पीछे छोड़ देते हैं. चीन को क्लीन चिट देना हो या अमेरिका के सामने झुकना  मोदी जी बस तारीफ के भूखे हैं.

सरकार ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया 

डोनाल्ड ट्रंप के इस नये बयान के बाद अभी तक केंद्र सरकार या भारतीय जनता पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. विपक्ष लगातार यह सवाल उठा रहा है कि अगर ट्रंप झूठ बोल रहे हैं, तो सरकार साफ शब्दों में उन्हें जवाब क्यों नहीं देती?

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26 June 2025, 08:55 AM IST

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