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ट्रंप का दावा- सीजफायर से पहले परमाणु युद्ध की कगार पर थे भारत-पाकिस्तान, फिर ऐसे बनीं बात

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि उनके प्रशासन ने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने कहा कि व्यापार के माध्यम से कूटनीति ने संभावित परमाणु युद्ध को टालने में मदद की, जिससे लाखों जानें बच सकती थीं. ट्रंप ने दोनों देशों के नेताओं की परिपक्वता की प्रशंसा की और व्यापार को शांति का रास्ता बताया.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में अमेरिका की अहम भूमिका का दावा किया. उन्होंने कहा कि उनके प्रशासन ने दोनों देशों को संघर्ष से दूर रहने और 'बहुत सारा व्यापार' करने की सलाह दी. ट्रंप ने इसे एक संभावित 'बुरे परमाणु युद्ध' को रोकने में अहम कदम बताया.

युद्धविराम में अमेरिका की भूमिका

ट्रंप ने कहा कि शनिवार को अमेरिका के प्रयासों से भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल युद्धविराम संभव हुआ, जिसे वह स्थायी मानते हैं. उन्होंने कहा, "हमने एक परमाणु संघर्ष रोका. यह एक बहुत बुरा परमाणु युद्ध हो सकता था जिसमें लाखों लोग मारे जाते."

कूटनीति का व्यापारिक रास्ता

ट्रंप ने अपने प्रशासन की कूटनीतिक रणनीति पर जोर देते हुए कहा कि व्यापार दबाव के ज़रिए शांति की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया. उनका मानना है कि व्यापार एक ऐसा साधन है जिससे देशों को शांति के मार्ग पर लाया जा सकता है.

दोनों देशों के नेतृत्व की सराहना

ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान दोनों के नेताओं की प्रशंसा की और उन्हें "अडिग, शक्तिशाली, और गंभीर स्थिति को समझने वाला" बताया. ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं ने धैर्य और बुद्धिमत्ता का परिचय दिया, जिससे तनाव का स्तर नियंत्रण में रहा.

व्यापार को बताया भविष्य का रास्ता

राष्ट्रपति ने भारत और पाकिस्तान के साथ चल रही व्यापार वार्ताओं का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका इन दोनों देशों के साथ 'बहुत अधिक व्यापार' करेगा. उन्होंने कहा, "हम भारत के साथ अभी बातचीत कर रहे हैं और जल्द ही पाकिस्तान के साथ भी शुरू करेंगे."

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12 May 2025, 08:01 PM IST

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