अप्रवासियों को बाहर करने की तैयारी में ट्रंप!, शपथ लेते ही शुरू होगा एक्शन, जानें क्या है प्लान
डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. ट्रंप ने शपथ के तुरंत बाद इमीग्रेशन कानूनों को सख्ती से लागू करने की योजना बनाई है. इसमें एक बड़ी इमीग्रेशन रेड भी शामिल है. यह ऑपरेशन पूरे सप्ताह चलेगा और इसमें 100 से 200 अधिकारियों को तैनात किया जाएगा.

डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने शपथ के तुरंत बाद इमीग्रेशन कानूनों को सख्ती से लागू करने की योजना बनाई है. इसमें एक बड़ी इमीग्रेशन रेड भी शामिल है, जो शिकागो में मंगलवार से शुरू होगी, यानी ट्रंप के शपथ ग्रहण के दूसरे दिन. यह ऑपरेशन पूरे सप्ताह चलेगा और इसमें 100 से 200 अधिकारियों को तैनात किया जाएगा.
चुनाव में किया था वादा
यह कदम ट्रंप के अभियान के दौरान दिए गए वादों का हिस्सा है, जिसमें उन्होंने इमीग्रेशन को अपनी प्राथमिकता बताया था. यह इमीग्रेशन रेड पूरे देश में लागू की जाएगी और शिकागो एक प्रमुख स्थान होगा जहां इसे शुरू किया जाएगा. ट्रंप प्रशासन ने इमीग्रेशन कानूनों का पालन करवाने के लिए विभिन्न शहरों में गिरफ्तारी अभियान चलाने की योजना बनाई है.
हालांकि, शिकागो पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जाएगा, लेकिन अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया है कि न्यू यॉर्क, मियामी और अन्य प्रमुख शहरों में भी गिरफ्तारियां की जाएंगी. ट्रंप के इमीग्रेशन प्रमुख, टॉम होमैन ने शिकागो में एक कार्यक्रम में कहा कि प्रशासन यहां से शुरुआत करेगा. उन्होंने शिकागो के मेयर को चेतावनी दी कि अगर वे मदद नहीं करते हैं, तो उन्हें इस प्रक्रिया में दखल देने पर गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. यदि वे जानबूझकर अवैध अप्रवासियों को छिपाते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
डोमेस्टिक डिपोर्टेशन ऑपरेशन होगा शुरू
इमीग्रेशन ट्रंप के चुनावी अभियान का सबसे अहम हिस्सा था. उन्होंने बार-बार कहा था कि वह राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका में अब तक की सबसे बड़ी डोमेस्टिक डिपोर्टेशन ऑपरेशन शुरू करेंगे. जनवरी 2024 में उन्होंने घोषणा की थी कि उनकी सरकार पहले दिन से ही इमीग्रेशन नियमों का पालन करवाने के लिए सख्त कदम उठाएगी. यह रेड देशभर में अप्रवासियों के खिलाफ सख्ती बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा है.
ट्रंप प्रशासन ने पहले भी इमीग्रेशन कानूनों को सख्त करने के लिए कई कदम उठाए थे और अब उन्हें उम्मीद है कि यह अभियान उनके पहले कार्यकाल से भी अधिक प्रभावी साबित होगा. इस योजना के तहत, ट्रंप प्रशासन "सैंचुरी" क्षेत्रों को भी निशाना बनाएगा, जहां अवैध अप्रवासी रहते हैं और स्थानीय प्रशासन इन मामलों में सहयोग नहीं करता है.


