शी जिनपिंग से मुलाकात से पहले ट्रंप से हो गई बड़ी गलती, हॉट माइक पर हो गया प्लान का खुलासा
दक्षिण कोरिया में ट्रंप के हॉट माइक बयान से अमेरिका-चीन वार्ता की उम्मीदें बढ़ीं. ट्रंप-शी की लंबी बैठक व्यापार विवाद, फेंटेनाइल और तकनीकी निर्यात जैसे मुद्दों पर केंद्रित रहेगी. बाज़ारों में सकारात्मक प्रतिक्रिया दिखी, जबकि विशेषज्ञ इसे अस्थायी स्थिरता मानते हैं. शी जिनपिंग आर्थिक बढ़त बनाए हुए हैं.

नई दिल्लीः दक्षिण कोरिया में आयोजित एक राजनयिक रात्रिभोज के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक हॉट माइक पल सुर्खियों में आ गया. इस मौके पर उन्होंने खुलासा किया कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी आगामी बैठक तय समय से अधिक लंबी चल सकती है. यह बयान वैश्विक अर्थव्यवस्था की दो बड़ी शक्तियों अमेरिका और चीन के बीच चल रही व्यापार वार्ता में संभावित प्रगति की ओर संकेत देता है.
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्यांग द्वारा आयोजित रात्रिभोज में ट्रंप ने कहा कि हम कुछ ऐसा करने जा रहे हैं जो चीन और हमारे लिए बेहद संतोषजनक होगा. मुझे लगता है, यह एक बहुत अच्छी बैठक साबित होगी. मैं कल सुबह की मुलाकात का इंतजार कर रहा हूं. रिपोर्टों के अनुसार, ट्रंप ने अन्य नेताओं से कहा कि शी के साथ बैठक तीन से चार घंटे तक चलेगी, जबकि व्हाइट हाउस के कार्यक्रम में इसके लिए दो घंटे से भी कम समय निर्धारित था.
अमेरिका-चीन संबंधों के संवेदनशील दौर में मुलाकात
यह शिखर वार्ता बुसान में ऐसे समय हो रही है जब अमेरिका-चीन संबंध कई मोर्चों पर तनावपूर्ण हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों देशों के बीच व्यापार विवाद, फेंटेनाइल की तस्करी, और दुर्लभ मृदा खनिजों पर प्रतिबंध जैसे मुद्दों ने रिश्तों में खटास पैदा कर दी है. माइक्रोफोन बंद होने से पहले ट्रंप की जो बातें रिकॉर्ड हुईं, उनमें उन्होंने बातचीत को लेकर गहरा आशावाद व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि यह दोनों पक्षों के लिए बेहद संतोषजनक परिणाम लाएगी. यह बयान उनके हाल के बयानों में अमेरिका-चीन रिश्तों के प्रति सबसे सकारात्मक रुख दिखाता है.
फेंटेनाइल और व्यापारिक टकराव केंद्र में
गुरुवार की बैठक में टैरिफ, फेंटेनाइल की तस्करी, और टेक्नोलॉजी एक्सपोर्ट जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद है. ट्रंप ने संकेत दिया कि यदि चीन फेंटेनाइल संकट पर सहयोग करता है, तो अमेरिका कुछ आयात शुल्कों में रियायत दे सकता है. ट्रंप ने एयर फ़ोर्स वन में कहा था कि मुझे उम्मीद है कि चीन इस दिशा में हमारी मदद करेगा. हमारे संबंध काफी बेहतर हैं.
दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक के लिए पिछले कई हफ्तों से तैयारी कर रहे थे. अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और चीन के शीर्ष व्यापार प्रतिनिधि ली चेंगगांग ने हाल ही में कुआलालंपुर में एक प्रारंभिक सहमति बनने की पुष्टि की. यह इंगित करता है कि दोनों देश व्यापारिक तनाव कम करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
बाजार की सकारात्मक प्रतिक्रिया
इस बैठक की खबर से वैश्विक बाजारों में सकारात्मक माहौल देखा गया. निवेशकों को उम्मीद है कि एक सीमित समझौता भी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और कमोडिटी की कीमतों को स्थिर कर सकता है. हालांकि, विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि इस हॉट माइक आशावाद को अधिक महत्व नहीं देना चाहिए. चीन कार्यक्रम के विशेषज्ञ क्रेग सिंगलटन ने कहा कि दोनों देश वास्तविक समाधान नहीं, बल्कि अस्थिरता को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं. यह रणनीतिक प्रगति नहीं, बल्कि अस्थायी स्थिरता का प्रयास है.
शी जिनपिंग की रणनीतिक बढ़त
ट्रंप के अमेरिका लौटने के बाद शी जिनपिंग दक्षिण कोरिया में रहेंगे, जहाँ वे एपेक (APEC) शिखर सम्मेलन में अन्य एशियाई नेताओं से अलग-अलग मुलाकात करेंगे. विशेषज्ञों के अनुसार, चीन के पास अभी भी दुर्लभ मृदा खनिजों के निर्यात पर नियंत्रण के कारण एक मजबूत वार्ताकीय हथियार है. बीजिंग ने हाल ही में इन खनिजों पर प्रतिबंधों को कड़ा किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह आने वाली वार्ताओं में अपनी आर्थिक शक्ति का उपयोग रणनीतिक रूप से करने के लिए तैयार है.


