'ईरान से नाखुश, लेकिन इजरायल से बेहद खफा', सीजफायर टूटने पर ट्रंप की नाराजगी
Trump Israel Iran ceasefire violation: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि ईरान और इजरायल दोनों ने उस सीजफायर समझौते का उल्लंघन किया है, जिसे उन्होंने खुद घोषित किया था. हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि वह ईरान से नाखुश हैं, लेकिन इजरायल से बेहद नाराज हैं.

Trump Israel Iran ceasefire violation: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि ईरान और इजरायल दोनों ने उस युद्धविराम समझौते का उल्लंघन किया है, जिसकी घोषणा उन्होंने खुद की थी. हालांकि ट्रंप ने ईरान को लेकर भी नाखुशी जताई, लेकिन उन्होंने खासतौर पर इजरायल को कठघरे में खड़ा किया और कहा कि वह "ईरान से नाखुश" हैं लेकिन "इजरायल से बेहद नाराज" हैं.
NATO समिट के लिए हेग रवाना होने से पहले ट्रंप ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि इजरायल ने युद्धविराम को मानने के तुरंत बाद ही हमला शुरू कर दिया. ट्रंप ने यह भी दावा किया कि ईरान की परमाणु क्षमताएं अब समाप्त हो चुकी हैं और उन्होंने इजरायल को चेतावनी देते हुए कहा, "इजरायल, बम मत गिराओ. अगर तुम ऐसा करते हो तो यह बड़ा उल्लंघन होगा. अपने पायलट्स को घर बुलाओ, अभी के अभी."
TRUMP NOW🚨
"I'm not sure Iran broke the ceasefire."
"I'm not happy with Israel."
"Israel violated the ceasefire. As soon as I made the deal they grabbed the biggest load of bombs you've ever seen. I'm not happy with them. I'm really unhappy that Israel, is attacking for one… pic.twitter.com/6DYUnhsO6e— Syrian Girl (@Partisangirl) June 24, 2025
ट्रंप ने जताई नाराजगी
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इजरायल ने युद्धविराम समझौते को स्वीकार करने के कुछ ही समय बाद बम गिराने शुरू कर दिए. उन्होंने इस कदम को सीजफायर की गंभीर अवहेलना बताया और इसे बड़ा उल्लंघन करार दिया. ट्रंप ने इजरायल को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वह अब और कार्रवाई न करे और अपने पायलट्स को तुरंत वापस बुला ले.
ईरान की परमाणु क्षमता खत्म होने का दावा
ट्रंप ने दावा किया कि अब ईरान की परमाणु क्षमताएं गायब हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका की ओर से की गई हालिया कार्रवाई के बाद ईरान अब परमाणु खतरा नहीं रहा. हालांकि, ईरान ने हमेशा यह कहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण है.
ट्रंप की मध्यस्थता से हुई थी सीजफायर की पहल
ट्रंप के प्रस्ताव पर मंगलवार को ईरान और इजरायल दोनों ने 12 दिनों से चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए सीजफायर समझौते को स्वीकार किया था. इससे पहले ईरान ने कतर में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर सीमित मिसाइल हमला किया था. इस हमले के बाद ही दोनों पक्षों में युद्धविराम पर सहमति बनी.
सीजफायर से पहले हुई भारी तबाही
सीजफायर समझौते से ठीक पहले ईरान ने इजरायल पर मिसाइल हमले किए, जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई. जवाब में इजरायल ने ईरान के कई इलाकों में हवाई हमले किए. हालांकि सीजफायर लागू होने के कुछ घंटों बाद ही इजरायली सेना ने दावा किया कि उसने ईरान की ओर से दागी गई और एक और मिसाइल बैराज को इंटरसेप्ट किया है. वहीं, ईरान ने इस आरोप को खारिज कर दिया.
ईरान-इजरायल तनाव का मूल कारण
इस पूरे घटनाक्रम की जड़ में वह हमला है, जिसमें इजरायल ने ईरान पर परमाणु बम विकसित करने का आरोप लगाते हुए उसके कई परमाणु ठिकानों और वैज्ञानिकों को निशाना बनाया था. इसके बाद ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई की. अमेरिका और ईरान के बीच चल रही बातचीत के बीच ही यह संघर्ष और तेज हो गया. इससे पहले इसी सप्ताह अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों पर बमबारी की थी. इसके जवाब में ईरान ने इराक और कतर में स्थित अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाया था.


