ट्रंप की एक चाल से बौखलाए पुतिन, निकाली ऐसी मिसाइल जो तबाह कर दे पूरा यूरोप
अमेरिका और रूस के बीच बढ़ते तनाव ने एक बार फिर दुनिया की चिंता बढ़ा दी है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के परमाणु पनडुब्बियों की तैनाती के फैसले के जवाब में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घातक हाइपरसोनिक मिसाइल की तैनाती का ऐलान कर दिया है. इसका असर सीधे यूरोप और यूक्रेन तक दिख सकता है.

Trump Putin: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूस पर दबाव बनाने के प्रयास में परमाणु पनडुब्बियों की तैनाती की घोषणा के बाद भू-राजनीतिक तनाव ने एक नया मोड़ ले लिया है. ट्रंप के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी खतरनाक हाइपरसोनिक मिसाइल 'ओरेशनिक' के निर्माण और बेलारूस में तैनाती की घोषणा कर दी है. यह कदम न सिर्फ अमेरिका, बल्कि पूरे यूरोप के लिए एक बड़ा संदेश माना जा रहा है.
इस सैन्य प्रतिक्रिया के जरिए पुतिन ने स्पष्ट कर दिया कि रूस किसी भी प्रकार के पश्चिमी दबाव के सामने झुकने को तैयार नहीं है. पुतिन ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ बातचीत के दौरान साफ किया कि बेलारूस में मिसाइल की तैनाती के लिए स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं और तैयारियां जोरों पर हैं.
ट्रंप ने तैनात की परमाणु पनडुब्बियां
शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया कि उन्होंने अमेरिका की दो परमाणु पनडुब्बियों को 'उचित इलाकों' में तैनात करने का आदेश दिया है. उन्होंने यह निर्णय रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के भड़काऊ बयानों के जवाब में लिया है. ट्रंप ने कहा, "शब्दों का सही इस्तेमाल बहुत जरूरी होता है और अकसर इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. मुझे उम्मीद है कि यह दोबारा नहीं दोहराया जाएगा."
बेलारूस में ओरेशनिक की तैनाती
अमेरिका की चेतावनी का जवाब देते हुए पुतिन ने घोषणा की कि रूस अब अपनी सबसे घातक हाइपरसोनिक मिसाइल 'ओरेशनिक' का निर्माण शुरू कर चुका है. साल के अंत तक इस मिसाइल को बेलारूस में तैनात कर दिया जाएगा. यह घोषणा वलाम द्वीप पर बेलारूस के राष्ट्रपति के साथ एक बैठक के दौरान की गई.
पुतिन ने बताया कि "बेलारूस में तैनाती के लिए स्थान पहले ही तय किए जा चुके हैं और तैयारियां तेजी से चल रही हैं." यह तैनाती केवल सैन्य रणनीति नहीं, बल्कि एक ठोस संदेश है जो नाटो और पश्चिमी देशों को सीधे तौर पर निशाना बनाता है.
कितनी ताकतवर है ओरेशनिक मिसाइल?
ओरेशनिक कोई सामान्य मिसाइल नहीं है, इसकी पहली झलक नवंबर में यूक्रेन के ड्नीप्रो शहर पर हमले के दौरान देखने को मिली थी, जब इसे एक पुराने मिसाइल कारखाने पर दागा गया था. यह मिसाइल मैक 10 यानी आवाज की गति से 10 गुना तेज चलती है और आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा देने में सक्षम है. पारंपरिक वारहेड ले जाने के बावजूद इसका असर परमाणु हमले के समान हो सकता है, जिससे यह और भी खतरनाक बन जाती है.
ब्रह्मोस से कितनी घातक है ओरेशनिक?
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भारत-रूस की संयुक्त रूप से विकसित ब्रह्मोस मिसाइल और रूस की ओरेशनिक मिसाइल दोनों ही अत्याधुनिक हथियार हैं, लेकिन इनका उपयोग और उद्देश्य अलग-अलग हैं.
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ओरेशनिक एक इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है जो मैक 10 की रफ्तार से उड़ती है और एक साथ कई वारहेड्स ले जा सकती है. इसका उपयोग रणनीतिक दबाव और बड़े भौगोलिक क्षेत्र को कवर करने के लिए किया जाता है.
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ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है जो मैक 3 की स्पीड से करीब 800 किमी तक सटीक हमला कर सकती है. इसका प्रयोग खासकर दुश्मन के जहाजों और ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक के लिए किया जाता है.
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इसलिए इन दोनों मिसाइलों की तुलना ऐसे है जैसे तोप और बंदूक को एक ही तराजू में तोलना. दोनों ही अपने-अपने मोर्चों पर बेहद प्रभावशाली और घातक हैं.


