ट्रंप ने शुरू किया Gold Card वीजा प्रोग्राम, 1 मिलियन डॉलर में मिलेगा अमेरिकी रेजिडेंसी का मौका
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम की घोषणा की है. इसमें व्यक्तिगत आवेदकों के लिए 1 मिलियन डॉलर और कंपनियों के लिए 2 मिलियन डॉलर शुल्क तय किया गया है. इस प्रोग्राम का उद्देश्य अमेरिका में केवल असाधारण प्रतिभाओं को लाना और देश में व्यवसाय एवं रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है.

Trump Gold Card: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक नई पहल की घोषणा की है. उन्होंने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम शुरू किया. इसमें व्यक्तिगत आवेदकों के लिए शुल्क 1 मिलियन डॉलर और कंपनियों के लिए 2 मिलियन डॉलर तय किया गया है.
इस प्रोग्राम का उद्देश्य अमेरिका में केवल असाधारण प्रतिभाओं को ही आने देना है, जो देश में व्यवसाय और रोजगार सृजन कर सकें. ट्रंप ने कहा, “हमें लगता है कि यह बहुत सफल होगा... यह अरबों डॉलर जुटाएगा, जो करों को कम करने, ऋण चुकाने और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में मदद करेगा.”
#WATCH | On the 'Gold Card' visa programme, US President Donald J Trump says, "... We think it's going to be very successful... It's going to raise billions of dollars, which will reduce taxes, pay off debt, and do other good things..."
(Source: The White House/YouTube) https://t.co/vEOosGZ4xk pic.twitter.com/GHJE800IVq— ANI (@ANI) September 19, 2025
केवल शीर्ष स्तर की प्रतिभाओं के लिए खुला रास्ता
अमेरिका के वाणिज्य सचिव, हॉवर्ड लुटनिक ने बताया कि गोल्ड कार्ड योजना के माध्यम से अमेरिका अब केवल असाधारण लोगों को ही अनुमति देगा, जो व्यवसाय और नौकरियां सृजित कर सकते हैं. उन्होंने पुराने रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड प्रोग्राम को तार्किक नहीं बताया.
लुटनिक ने कहा, “इतिहास में रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड प्रोग्राम के तहत सालाना 2,81,000 लोग आते थे. और उनकी औसत आय 66,000 डॉलर थी, और वे पांच गुना अधिक संभावना रखते थे कि वे सरकारी सहायता कार्यक्रमों पर निर्भर हो जाएं. इसलिए हम अमेरिका की औसत आय से नीचे के लोगों को ही ला रहे थे. यह तार्किक नहीं था. दुनिया का एकमात्र देश जो निचले क्वार्टाइल के लोगों को ले रहा था.”
उन्होंने आगे कहा, “हम इसे रोकने जा रहे हैं. अब हम केवल शीर्ष स्तर की असाधारण प्रतिभाओं को ही लेंगे, जो अमेरिका के लिए व्यवसाय और रोजगार सृजित करेंगे. इस प्रोग्राम के माध्यम से अमेरिका को 100 बिलियन डॉलर से अधिक की आय होने की उम्मीद है.”
अवैध आप्रवास पर कड़ी नजर
व्हाइट हाउस स्टाफ सेक्रेटरी विल शार्फ ने कहा कि अमेरिका अवैध आप्रवास को रोकने और केवल उन्हीं लोगों के लिए रास्ता खोलने के प्रति प्रतिबद्ध है जो देश में योगदान दे सकते हैं.
विल शार्फ ने कहा, “इस प्रशासन का एक प्रमुख ध्यान रहा है कि आप्रवास नीति में बदलाव लाया जाए, सीमाओं को बंद किया जाए, अवैध आप्रवास को रोका जाए और साथ ही असाधारण प्रतिभाओं के लिए नए रास्ते खोले जाएं. गोल्ड कार्ड वीजा इसके लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.”
उन्होंने आगे कहा, "यह कार्यकारी आदेश अमेरिका में योगदान देने के लिए असाधारण क्षमता वाले विदेशी नागरिकों के लिए नए वीजा मार्ग बनाएगा, जिसके लिए 1 मिलियन डॉलर की राशि अमेरिकी कोष में जमा करनी होगी, या यदि कोई निगम उन्हें स्पॉन्सर कर रहा है तो 2 मिलियन डॉलर."
H-1B वीजा पर नई शर्तें
इसके साथ ही, ट्रंप प्रशासन ने H-1B वीजा पर 100,000 डॉलर का शुल्क भी लागू किया है. इसका उद्देश्य इस प्रोग्राम का दुरुपयोग रोकना और केवल “उच्च कौशल वाले” विदेशी कर्मचारियों को अनुमति देना है.
H-1B वीजा अमेरिका में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित (STEM) और आईटी जैसे विशेष क्षेत्रों में विदेशी कर्मचारियों को नौकरी देने की अनुमति देता है.
लुटनिक ने कहा, “अब बड़ी टेक कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए 100,000 डॉलर देना होगा, फिर वे कर्मचारी को भी भुगतान करेंगे. यह आर्थिक रूप से उचित नहीं है. अगर आप किसी को प्रशिक्षित करने जा रहे हैं, तो इसे अमेरिका के विश्वविद्यालयों के हालिया स्नातकों में से चुनें. बड़ी कंपनियों को अब हमारी नौकरियों से छीनने के बजाय अमेरिकी कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना होगा. सभी बड़ी कंपनियां इस नीति के साथ हैं.”


