समुद्र में बढ़ा तनाव, ईरान जा रहे चीनी जहाज पर अमेरिका का छापा
पिछले महीने,अमेरिकी रक्षा बलों ने समुद्र में एक ऑपरेशन के दौरान चीन से ईरान जा रहे एक कार्गो शिप पर छापा मारा। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस कार्रवाई को समुद्री इलाकों में ट्रंप प्रशासन द्वारा अपनाई गई सख्त नीति का नवीनतम उदाहरण माना जा रहा है।

नई दिल्ली: चीन से ईरान की ओर जा रहे एक कार्गो जहाज पर पिछले महीने अमेरिकी रक्षा बलों ने समुद्र में कार्रवाई करते हुए छापा मारा. अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह कदम ट्रंप प्रशासन के दौरान समुद्री क्षेत्रों में अपनाई गई सख्त नीति का ताजा उदाहरण माना जा रहा है. इस ऑपरेशन में जहाज से ऐसी सामग्री जब्त की गई, जिसे ईरान के पारंपरिक हथियार कार्यक्रम में उपयोगी माना जा सकता है.
सूत्रों के अनुसार यह इंटरडिक्शन नवंबर में हुई, यानी वेनेजुएला के तट के पास एक तेल टैंकर की जब्ती से कुछ सप्ताह पहले. उस टैंकर को अमेरिका ने प्रतिबंधों के उल्लंघन का हवाला देकर अपने नियंत्रण में लिया था.
कौन-कौन सा सामान जब्त किया गया?
अमेरिका के हिंद-प्रशांत कमान (INDOPACOM) ने इस कार्रवाई पर तत्काल कोई औपचारिक पुष्टि नहीं की है. हालांकि जानकारों का दावा है कि जब्त की गई सामग्री तकनीकी रूप से संवेदनशील थी और ईरान की पारंपरिक सैन्य क्षमताओं को मजबूत कर सकती थी. अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि चीनी कार्गो जहाज से बरामद सामान “ड्यूल-यूज” श्रेणी का थाअर्थात ऐसा उपकरण या सामग्री जिसका इस्तेमाल नागरिक कार्यों के साथ-साथ सैन्य उद्देश्यों में भी किया जा सकता है. विस्तृत जांच और आवश्यक पूछताछ के बाद अमेरिकी बलों ने जहाज को आगे की यात्रा जारी रखने की अनुमति दे दी.
अमेरिका चीन के रिश्तो में बढ़ा तनाव
इसी बीच अमेरिका-चीन तनाव का एक और पहलू वेनेजुएला से जुड़ा है. हाल ही में अमेरिका ने वेनेजुएला के तट के पास एक तेल टैंकर को जब्त किया, जिस पर चीन ने कड़ी आपत्ति जताई. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह की कार्रवाइयां क्षेत्रीय स्थिरता को नुकसान पहुंचाती हैं. टैंकर को बाद में टेक्सास के एक बंदरगाह पर लाया गया.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने संकेत दिया है कि ट्रंप प्रशासन भविष्य में भी वेनेजुएला के आसपास जहाजों की जब्ती से पीछे नहीं हटेगा. उनके इस बयान के बाद वैश्विक समुद्री मार्गों पर तनाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान, चीन और वेनेजुएला से जुड़े इन घटनाक्रमों से अंतरराष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा और कूटनीति पर दूरगामी असर पड़ सकता है.


