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सीजफायर के पीछे अमेरिका का हाथ? ट्रंप ने फिर लिया क्रेडिट

यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर का श्रेय लिया हो. इससे पहले भी वह दोनों देशों की आधिकारिक घोषणा से पहले सोशल मीडिया पर दावा कर चुके हैं कि उन्होंने तनाव कम कराने और शांति स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है.

Dimple Yadav
Edited By: Dimple Yadav

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव को अमेरिका की मध्यस्थता और व्यापार के ज़रिए सुलझाया है. वॉशिंगटन में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ ओवल ऑफिस में बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा, “अगर आप देखें कि हमने भारत और पाकिस्तान के साथ क्या किया. हमने उस पूरे मामले को सुलझा दिया है और मुझे लगता है कि इसे व्यापार के माध्यम से किया गया.”

ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ ‘बड़ा सौदा’ कर रहा है. उन्होंने इस बातचीत को लेकर मज़ाकिया लहजे में जोड़ा कि जब दो दिन बाद कुछ और हो जाता है तो लोग कहने लगते हैं कि ‘यह ट्रंप की गलती है’.

भारत-पाक के बीच तनाव और ऑपरेशन सिंदूर

गौरतलब है कि भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी लॉन्च पैड्स को निशाना बनाया था. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी. इसके बाद पाकिस्तान ने 8 से 10 मई तक लगातार भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत ने करारा जवाब देते हुए कई पाकिस्तानी चौकियों और बंकरों को तबाह कर दिया.

ट्रंप का ‘क्रेडिट लेने’ का इतिहास

यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने भारत-पाक विवाद को सुलझाने का श्रेय लिया हो. इससे पहले भी उन्होंने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि उनकी मध्यस्थता से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम हुआ है. हालांकि भारत और पाकिस्तान की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई थी.

पूर्व अमेरिकी एनएसए ने ली चुटकी

ट्रंप के दावे पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जॉन बोल्टन ने तंज कसते हुए कहा कि ट्रंप को हर चीज़ का श्रेय लेने की आदत है. उन्होंने कहा, “यह भारत के खिलाफ कुछ नहीं है. ट्रंप हर मौके पर खुद को नायक घोषित कर देते हैं. वो पीएम मोदी से बातचीत ज़रूर करते हैं, लेकिन उन्हें लगता है कि वही सबकुछ करते हैं.”

साझा मित्र मोदी

रामफोसा और ट्रंप की बातचीत के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी ज़िक्र आया. जब ट्रंप ने पाकिस्तान के नेताओं की तारीफ की, तो दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति ने कहा, “मोदी, हमारे साझा दोस्त हैं.”

संघर्ष विराम का दावा

10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच अचानक संघर्ष विराम की घोषणा हुई. उसी दिन ट्रंप ने प्रेस को बताया कि यह अमेरिका की मध्यस्थता का नतीजा है. हालांकि भारत या पाकिस्तान की ओर से अमेरिका की भूमिका को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया.

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22 May 2025, 08:14 AM IST

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