कौन हैं वो ड्रूज? मुसलमानों से अलग एक समुदाय, जिनके लिए इजरायल ने सीरिया पर किया हमला
इजरायल ने सीरिया के ड्रूज समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के जवाब में बुधवार को सीरिया के रक्षा मंत्रालय पर हमले किए, जिसे उसने सुरक्षा के उद्देश्य से सही ठहराया.

सीरिया और इजरायल के बीच हालिया घटनाक्रम ने दुनियाभर के राजनैतिक हलकों में हलचल मचा दी है. पिछले कुछ दिनों से ये कयास लगाए जा रहे थे कि इजरायल और अमेरिका के रिश्ते सीरिया के संदर्भ में सुधारने की दिशा में बढ़ रहे हैं, लेकिन बुधवार को इजरायल ने चौंकाते हुए सीरिया के रक्षा मंत्रालय पर हमले कर दिए. इस हमले को इजरायल ने ड्रूज समुदाय के संरक्षण के नाम पर सही ठहराया, लेकिन इस पर उठ रहे सवालों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में नई बहस छेड़ दी है.
इजरायल के अनुसार, इस हमले का उद्देश्य सीरिया में ड्रूज अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर हो रहे अत्याचारों का जवाब देना था. ये दावा किया जा रहा है कि सीरिया की सरकार ने ड्रूज समुदाय पर हमला किया था, जिसके बाद इजरायल ने इस समुदाय की रक्षा के लिए हमला किया. दक्षिणी सीरिया में स्थित ड्रूज बहुल इलाकों में जिहादियों के हमलों के खिलाफ सुरक्षा की आवश्यकता महसूस की जा रही है.
ड्रूज समुदाय का इतिहास और धर्म
ड्रूज समुदाय, जो अपने अस्तित्व की शुरुआत 11वीं सदी में शिया इस्माइली मत से अलग होकर करता है. आज सीरिया, लेबनान, इजरायल और जॉर्डन में बसा हुआ है. ये लोग खुद को इस्लाम से अलग मानते हैं और उनका धर्म एकेश्वरवादी है, जिसका मतलब है कि वे ईश्वर के एक होने की धारणा रखते हैं. ड्रूजों का विश्वास पुनर्जन्म में भी है, जो इस्लामिक मान्यताओं से अलग है. इसके अलावा, भाग्यवाद में यकीन रखने वाला ये समुदाय धर्म परिवर्तन और अंतरधार्मिक विवाह की अनुमति नहीं देता.
इजरायल का ड्रूज समुदाय से गहरा संबंध
इजरायल और ड्रूज समुदाय का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध है. ड्रूज समुदाय के लोग मुख्य रूप से इजरायल, लेबनान और सीरिया में बसे हैं, लेकिन इजरायल में इनकी बड़ी संख्या है. ये समुदाय इजरायल की सेना में भी सक्रिय रूप से भाग लेता है और यही कारण है कि इजरायल के यहूदी समुदाय के साथ उनका एक करीबी रिश्ता है. इस्लामिक चरमपंथियों द्वारा अक्सर हिंसा का शिकार होने वाले ड्रूज समुदाय के लोग, इजरायल की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
ड्रूज समुदाय की सीरिया में स्थिति
ड्रूज समुदाय का मुख्य निवास स्थान सीरिया के दक्षिणी क्षेत्रों में है, जहां करीब 5 लाख लोग बसे हुए हैं. इजरायल का कहना है कि राष्ट्रपति असद के नेतृत्व में सीरिया में जिहादी ताकतों को समर्थन मिल रहा है, जो ड्रूज बहुल शहर स्वेदा में हमले कर रहे हैं. इजरायल के अनुसार, इन हमलों में ड्रूज समुदाय के कई सदस्य मारे गए हैं और सीरिया की सेना ने इस क्षेत्र में घुसकर उनका उत्पीड़न किया है. इजरायल ने इसे लेकर अपनी चिंता जताई है और ड्रूज समुदाय की सुरक्षा के लिए ये कार्रवाई की है.
इजरायल के हमले का कारण
इजरायल ने ये दावा किया है कि दक्षिणी सीरिया में ड्रूज समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचारों का जवाब देने के लिए ही उसने हमला किया है. इजरायल का कहना है कि यह हमला पूरी तरह से ड्रूज समुदाय की सुरक्षा के उद्देश्य से किया गया. इस क्षेत्र में जिहादी हमलों को लेकर इजरायल की चिंता बढ़ती जा रही है और इसी कारण उसने सीरिया पर एयर स्ट्राइक की है.


