ट्रंप ने क्यों लगाया चीन, कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ? जानिए फेंटेनाइल संकट की पूरी कहानी
Donald trump tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कनाडा, मैक्सिको और चीन पर नए व्यापार टैरिफ लगाने का ऐलान किया. यह कदम अमेरिका में बढ़ते फेंटेनाइल संकट और अवैध आप्रवासन को रोकने के लिए उठाया गया है. ट्रंप का कहना है कि ये टैरिफ्स तब तक लागू रहेंगे जब तक इन दोनों राष्ट्रीय संकटों का समाधान नहीं हो जाता.

Donald trump tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा, मैक्सिको और चीन पर नए टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, जिसे उन्होंने फेंटेनाइल ड्रग्स और अवैध आप्रवासन के राष्ट्रीय संकट को समाप्त करने तक लागू रखने का निर्णय लिया है. शनिवार को की गई इस घोषणा में ट्रंप ने कहा कि कनाडा और मैक्सिको से आयात पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा, वहीं चीन पर 10% अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा. ट्रंप का कहना था कि यह कदम अमेरिकी सुरक्षा और स्वास्थ्य संकटों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.
इन टैरिफ्स के लागू होने से पहले, शुक्रवार को व्हाइट हाउस ने घोषणा की थी कि ये शुल्क सिर्फ तब तक लागू रहेंगे जब तक अमेरिका में फेंटेनाइल ड्रग्स और अवैध आप्रवासन की समस्या पूरी तरह से हल नहीं हो जाती. ट्रंप का कहना था कि इन दोनों मुद्दों पर उनका प्रशासन गंभीरता से काम कर रहा है, और जब तक इन समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता, तब तक व्यापारिक संबंधों में यह शुल्क जारी रहेगा.
फेंटेनाइल ड्रग्स का संकट
अमेरिका में फेंटेनाइल नामक ड्रग्स का संकट तेजी से बढ़ रहा है, जो मुख्य रूप से ओपिओइड्स का एक प्रकार है. फेंटेनाइल हेरोइन से 30 से 50 गुना अधिक शक्तिशाली होता है और मॉर्फिन से 100 गुना ज्यादा प्रभावी है. यह ड्रग्स एक प्रिस्क्रिप्शन दवा के रूप में उपयोग में आता है, लेकिन अवैध तरीके से इसका उत्पादन और इस्तेमाल बढ़ गया है, जिससे अमेरिका में ओपिओइड संकट और भी गंभीर हो गया है.
फेंटेनाइल का अवैध उपयोग और उसके खतरे
राष्ट्रीय मादक द्रव्य दुरुपयोग संस्थान (NIDA) के अनुसार, फेंटेनाइल का उपयोग विशेष रूप से गंभीर दर्द के इलाज के लिए डॉक्टरों द्वारा किया जाता है. हालांकि, जब यह अवैध रूप से प्रयोग किया जाता है, तो यह ओवरडोज की गंभीर घटनाओं का कारण बनता है. फेंटेनाइल को अक्सर पाउडर रूप में बेचा जाता है और इसे अन्य ओपिओइड्स की तरह दिखने वाली गोलियों में भी बदल दिया जाता है, जिससे इसके सेवन में वृद्धि हो रही है.
अवैध फेंटेनाइल को बेचने और उपयोग करने से अमेरिकी समाज में नशे की लत और मौतों की संख्या में वृद्धि हो रही है. इस संकट को रोकने के लिए, ट्रंप प्रशासन ने कड़े कदम उठाने की कोशिश की है, जिसमें इन टैरिफ्स का शामिल किया जाना एक बड़ा कदम है.
अमेरिकी ड्रग संकट और ट्रंप का कड़ा रुख
अमेरिका में नशे की लत और ओपिओइड संकट दशकों से बढ़ता जा रहा है. हालांकि इस संकट को नियंत्रित करने के लिए कई प्रयास किए गए हैं, जैसे कि विनियमन और कानून बनाए गए हैं, फिर भी फेंटेनाइल की वजह से संकट और बढ़ गया है. ट्रंप प्रशासन इस समस्या को खत्म करने के लिए नए उपायों की ओर बढ़ रहा है, जिनमें से टैरिफ्स एक महत्वपूर्ण कदम हैं.
व्हाइट हाउस ने स्पष्ट किया है कि यह शुल्क "संकट के समाप्त होने तक" लागू रहेंगे. हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि तीनों देशों को राहत पाने के लिए क्या कदम उठाने होंगे. इन टैरिफ्स का उद्देश्य अमेरिका में फेंटेनाइल संकट को हल करने में मदद करना है, लेकिन यह देखना होगा कि यह कदम कितना प्रभावी साबित होता है.
अमेरिकी नीति में बदलाव का प्रभाव
फेंटेनाइल और अवैध आप्रवासन पर ट्रंप प्रशासन की सख्त नीतियां इस संकट को रोकने में कितनी कारगर होती हैं, यह समय ही बताएगा. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इन टैरिफ्स का चीनी, कनाडाई और मैक्सिकन व्यापार पर क्या असर पड़ता है, और क्या यह कदम फेंटेनाइल संकट को हल करने में प्रभावी साबित होगा.


