भ्रष्टाचार मामले में घिरे नेतन्याहू को ट्रंप का साथ, जानें इजरायली पीएम पर क्यों चल रहा ट्रायल?
Trump defends Netanyahu: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर चल रहे भ्रष्टाचार मुकदमे को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. ट्रंप ने इसे राजनीतिक साजिश और विच हंट बताते हुए ट्रायल को तुरंत खत्म करने या माफी देने की मांग की है.

Trump defends Netanyahu: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मुकदमे पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर नेतन्याहू का बचाव करते हुए मुकदमे को बेहद हास्यास्पद और राजनीतिक साजिश करार दिया. उन्होंने इसेविच हंट" बताते हुए ट्रायल को तुरंत रद्द करने या फिर नेतन्याहू को माफी देने की मांग की.
ट्रंप ने नेतन्याहू को एक योद्धा, शायद इजरायल के इतिहास का सबसे बड़ा योद्धा बताया और कहा कि वे दोनों मिलकर ईरान जैसे चालाक और खतरनाक दुश्मन के खिलाफ लड़े हैं. उन्होंने लिखा, "अब अमेरिका को नेतन्याहू को बचाना होगा. यह न्याय का मजाक नहीं चल सकता!" ट्रंप की इस टिप्पणी से एक बार फिर नेतन्याहू के खिलाफ चल रहे केस पर अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक बहस गर्म हो गई है.
नेतन्याहू पर केस क्यों चल रहा है?
प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच दिसंबर 2016 में शुरू हुई थी. नवंबर 2019 में उन्हें आधिकारिक रूप से धोखाधड़ी, रिश्वतखोरी और भरोसे के उल्लंघन के आरोपों में अभियुक्त ठहराया गया. इस मामले की सुनवाई 24 मई 2020 को यरूशलम जिला अदालत में शुरू हुई, जबकि गवाहों की गवाही अप्रैल 2021 से शुरू हुई. जुलाई 2024 में अभियोजन पक्ष ने अपनी दलीलें पूरी कर लीं और दिसंबर 2024 में बचाव पक्ष की सुनवाई शुरू हुई. नेतन्याहू पर कुल 5 मामलों की जांच हुई थी, जिनमें से तीन अदालत में चल रहे हैं.
केस 1000: महंगे तोहफों के बदले फायदा?
इस मामले में आरोप है कि नेतन्याहू और उनकी पत्नी सारा ने हॉलीवुड निर्माता अर्नोन मिलचन से महंगे तोहफे – मुख्यतः सिगार, शैम्पेन और आभूषण – लगभग 7 लाख शेकेल (करीब 2 लाख डॉलर) मूल्य के, स्वीकार किए. इसके बदले में नेतन्याहू ने मिलचन को अमेरिकी वीजा रिन्यू करवाने, टैक्स मामलों में राहत दिलाने जैसी मदद की, जो हितों के टकराव की श्रेणी में आता है.
केस 2000: मीडिया डील की कोशिश
इस केस में नेतन्याहू पर आरोप है कि उन्होंने 'येदिओथ अहरोनोथ' अखबार के प्रकाशक अर्नोन “नोनी” मोजेस के साथ सौदा करने की कोशिश की. नेतन्याहू ने कथित तौर पर प्रतिद्वंद्वी अखबार 'इज़राइल हायोम' की ताकत को कम करने के लिए कानून में बदलाव का प्रस्ताव दिया, ताकि 'येदिओथ' उन्हें बेहतर कवरेज दे.
केस 4000: सबसे गंभीर मामला – 'बेजेक-वाला' घोटाला
यह मामला सबसे गंभीर माना जा रहा है. इसमें आरोप है कि नेतन्याहू ने दूरसंचार कंपनी 'बेजेक' के मालिक शाउल एलोविच को रेगुलेटरी मामलों में करोड़ों शेकेल का फायदा पहुंचाया. इसके बदले में एलोविच ने अपने न्यूज पोर्टल वाला पर नेतन्याहू के पक्ष में खबरें चलवाने की व्यवस्था की. इसे 'क्विड प्रोक्वो' (लेन-देन आधारित रिश्ता) का उदाहरण बताया गया है.
नेतन्याहू का बचाव और ट्रंप की प्रतिक्रिया
नेतन्याहू ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि ये राजनीतिक साजिश है, जो कानून प्रवर्तन और अभियोजन विभाग द्वारा रची गई है. उन्होंने कहा कि वह निर्दोष हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई सत्ता से हटाने की कोशिश है.
ट्रंप ने कहा, "मैं और 'बिबी' (नेतन्याहू) साथ मिलकर इज़राइल के पुराने दुश्मन ईरान के खिलाफ लड़े. मुझे विश्वास नहीं हुआ जब पता चला कि इस ‘ग्रेट वॉर टाइम प्राइम मिनिस्टर’ को कोर्ट में घसीटा जा रहा है. यह शर्मनाक है."
उन्होंने आगे कहा, "नेतन्याहू एक योद्धा हैं, शायद इज़राइल के इतिहास में सबसे बड़ा. अब अमेरिका को उन्हें बचाना होगा. इस अन्याय को रोका जाना चाहिए!"


