क्या सच होगी बाबा वेंगा की भविष्यवाणी? 2028 तक धरती से मिट जाएगी भूख
बाबा वेंगा की 2028 से जुड़ी भविष्यवाणी ने दुनिया को चौंका दिया है. उन्होंने दावा किया है कि अगले तीन वर्षों में धरती से भुखमरी खत्म हो जाएगी. उनके अनुसार, एक नई ऊर्जा की खोज भी होगी, जिससे वैश्विक संकटों का समाधान संभव हो सकेगा.

बाबा वेंगा—जिन्हें 'बाल्कन की नास्त्रेदमस' कहा जाता है—ने अपने जीवनकाल में कई भविष्यवाणियां कीं जो समय के साथ सच साबित होती गईं. अब उनकी एक और भविष्यवाणी सुर्खियों में है, जिसमें उन्होंने साल 2028 को लेकर कुछ ऐसी बातें कही हैं जो पूरी मानवता की दिशा बदल सकती हैं.
बाबा वेंगा के मुताबिक, आज से 900 दिनों के भीतर यानी साल 2028 तक धरती से भुखमरी पूरी तरह खत्म हो जाएगी. उनका दावा है कि विश्व स्तर पर खाद्य संकट का समाधान खोज लिया जाएगा. यह भविष्यवाणी ऐसे समय में आई है जब जलवायु परिवर्तन, युद्ध और वैश्विक असमानता के कारण दुनिया भर में करोड़ों लोग भुखमरी की मार झेल रहे हैं.
ऊर्जा संकट का होगा स्थायी हल
उनकी दूसरी प्रमुख भविष्यवाणी ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी है. बाबा वेंगा के अनुसार, एक नई ऊर्जा स्रोत की खोज होगी जो वैश्विक ऊर्जा संकट को समाप्त कर देगी. विशेषज्ञ मान रहे हैं कि यह ऊर्जा स्रोत शायद न्यूक्लियर फ्यूजन, हाइड्रोजन एनर्जी या फिर अत्याधुनिक क्वांटम बैटरी तकनीक हो सकती है. यदि यह भविष्यवाणी सही साबित होती है, तो इससे न केवल कार्बन उत्सर्जन घटेगा, बल्कि ऊर्जा की वैश्विक राजनीति भी बदल सकती है.
इंसान शुक्र ग्रह पर जीवन की तलाश करेगा
तीसरी और सबसे चौंकाने वाली भविष्यवाणी है कि इंसान शुक्र ग्रह पर जीवन की तलाश शुरू करेगा. अब तक मंगल ग्रह को ही मानव बस्तियों के लिए उपयुक्त माना जाता रहा है, लेकिन अगर इंसान वीनस जैसे अत्यंत गर्म ग्रह पर जीवन खोजने की कोशिश करेगा, तो यह अंतरिक्ष अनुसंधान की दिशा में क्रांतिकारी कदम होगा.
बाबा वेंगा कौन थीं?
बाबा वेंगा का असली नाम वांगेलिया पांडेवा दिमित्रोवा था. उनका जन्म 1911 में बुल्गारिया में हुआ था. बचपन में एक तूफान के दौरान उन्होंने अपनी दृष्टि खो दी, लेकिन इसके बाद उन्हें भविष्य देखने की शक्ति प्राप्त होने का दावा किया गया. 9/11 हमला, कोरोना वायरस महामारी, 2004 की सुनामी और प्रिंसेस डायना की मृत्यु जैसी कई घटनाएं उन्होंने पहले ही भविष्यवाणी में बताई थीं.
भविष्यवाणी या संयोग?
हालांकि बाबा वेंगा की भविष्यवाणियों का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, फिर भी उनकी कई भविष्यवाणियां सच होने के कारण दुनियाभर में उनके अनुयायियों की संख्या बढ़ी है. अब सबकी निगाहें 2028 पर टिकी हैं—क्या सच में भुखमरी खत्म होगी? क्या एक नई ऊर्जा का युग शुरू होगा?


