स्लीपर सेल्स के जरिए ईरान करेगा अमेरिका पर हमला? रिपोर्ट से ट्रंप की बढ़ी चिंता
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का कहना है कि ईरान, अमेरिका से बदला लेने की योजना बना रहा है. ये काम ईरान स्लीपर सेल्स के जरिए कर सकता है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईरान द्वारा भेजे गए ये स्लीपर सेल्स अमेरिका के भीतर किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की तैयारी में हैं.

हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान और इज़राइल के बीच संघर्ष विराम की घोषणा के बाद दुनिया ने राहत की सांस ली, लेकिन इस सीजफायर के बीच एक खुफिया रिपोर्ट ने अमेरिका की चिंता बढ़ा दी है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिका में ईरान के स्लीपर सेल्स सक्रिय हो सकते हैं, जो भविष्य में देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं.
क्या होते हैं स्लीपर सेल्स?
स्लीपर सेल्स वे एजेंट होते हैं जो सामान्य नागरिकों की तरह जिंदगी जीते हैं. नौकरी करते हैं. समाज में घुल-मिल जाते हैं, लेकिन वास्तव में किसी विदेशी खुफिया एजेंसी के लिए काम करते हैं. जैसे ही इन्हें आदेश मिलता है, ये अचानक सक्रिय हो जाते हैं और हमलों, अपहरण, या रणनीतिक ठिकानों पर हमला करने जैसे मिशनों को अंजाम दे सकते हैं.
ईरान के एजेंट अमेरिका में मौजूद?
रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान समर्थित एजेंट अमेरिका के कई शहरों में पहले से छिपे हो सकते हैं. अतीत में भी कई बार ऐसे एजेंटों को हत्या, अपहरण और साइबर हमलों की योजनाओं में शामिल पाया गया है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कुछ ईरानी मूल के अमेरिकी नागरिक या प्रवासी, जिन्हें ब्लैकमेल किया जा सकता है, उनका भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
ट्रंप ने दी चेतावनी
डोनाल्ड ट्रंप ने इस रिपोर्ट को लेकर गंभीर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि बाइडन प्रशासन के दौरान सीमा सुरक्षा कमजोर रही, जिसका फायदा उठाकर कई ईरानी एजेंट देश में दाखिल हो गए. ट्रंप ने इन ‘सुपर सेल्स’ को अमेरिका की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताया. अब तक 1,500 से ज्यादा ईरानी नागरिकों को अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर पकड़ा गया, जिनमें से बड़ी संख्या में लोगों को रिहा भी कर दिया गया. हालांकि, सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि असली संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है.


