जोहरान ममदानी बने न्यूयॉर्क के सबसे युवा, पहले मुस्लिम और दक्षिण एशियाई मेयर...जानिए भारत से कैसे है संबंध
जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क शहर के मेयर चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल की और वह शहर के सबसे युवा, पहले मुस्लिम और दक्षिण एशियाई मेयर बने. भारतीय मूल के ममदानी ने डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट पार्टी से जीत दर्ज की, जबकि उनके विरोधी को बड़े नामों का समर्थन मिला.

नई दिल्ली : न्यूयॉर्क शहर में मेयर चुनाव का परिणाम इस बार बेहद ऐतिहासिक साबित हुआ. भारतीय मूल के उम्मीदवार जोहरान ममदानी ने इस चुनाव में शानदार जीत हासिल की. उनकी जीत न केवल राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी एक नया अध्याय खोलती है. 34 वर्षीय ममदानी अब न्यूयॉर्क के सबसे युवा, पहले मुस्लिम और पहले दक्षिण एशियाई मेयर बन गए हैं. यह जीत अमेरिका में दक्षिण एशियाई समुदाय और मुस्लिम समुदाय के लिए गर्व का क्षण है.
डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट पार्टी से जुड़े है जोहरान ममदानी
भारत से है गहरा कनेक्शन
जोहरान ममदानी का जन्म अफ्रीकी देश युगांडा में हुआ था, लेकिन उनके परिवार की जड़ें भारत से हैं. उनकी मां मीरा नायर ओडिशा के राउरकेला की रहने वाली हैं और प्रसिद्ध फिल्म निर्माता हैं, जबकि उनके पिता महमूद ममदानी मुंबई में जन्मे एक स्कॉलर हैं. 1972 में युगांडा के तानाशाह ईदी अमीन द्वारा भारतीय और एशियाई समुदाय को निष्कासित किए जाने के बाद ममदानी परिवार न्यूयॉर्क में बस गया. इसी पृष्ठभूमि ने जोहरान के अंदर संघर्ष और सामाजिक न्याय के लिए गहरी समझ पैदा की.
उद्देश्य विकास और सामाजिक न्याय को बढ़ावा
जोहरान ममदानी ने कहा है कि वे हर न्यूयॉर्कवासी के मेयर बनना चाहते हैं. उनका उद्देश्य शहर में समावेशिता, विकास और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देना है. ममदानी की जीत केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि अमेरिकी लोकतंत्र में विविधता और प्रतिनिधित्व की मजबूती का प्रतीक भी है. उन्होंने वादा किया है कि न्यूयॉर्क शहर के हर नागरिक के लिए न्यायपूर्ण, पारदर्शी और सशक्त नेतृत्व प्रदान करेंगे.
ममदानी की जीत ने यह साबित कर दिया है कि युवा, प्रगतिशील और विविध पृष्ठभूमि वाले नेता भी बड़े राजनीतिक मंच पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. यह न्यूयॉर्क शहर और अमेरिकी राजनीति के लिए एक नई दिशा का संकेत है.


