विटामिन-सी की खान आंवला ,कैसे खाना होगा फायदेमंद...जानें एक्सपर्ट की राय
आंवला, जो सर्दियों के मौसम में मिलता है, विटामिन C के सबसे अच्छे सोर्स में से एक माना जाता है। आंवले के चमत्कारी गुणों के बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। चाहे बालों का झड़ना हो, पेट की समस्या हो, या इम्यूनिटी बढ़ाना हो, यह सौ बीमारियों का इलाज है।

नई दिल्ली: सर्दियों में मिलने वाला आवला विटामिन C का सबसे बेहतरीन सोर्स मन जाता है.आंवले के चमत्कारी गुण जान कर आप भी हैरान हो जायेंगे.बालो का गिरना हो या हो , या पेट की समस्या या बूस्ट करनी हो इम्युनिटी.ये सौ दुखों की एक दवा है.सर्दियों में लोग आंवले को कई तरह से अपनी डाइट में शामिल करते है. कुछ लोग इसका जूस पीते है, तो कोई इसका अचार बनता है, कोई मुरब्बा तो कोई चटपटी कैंडी.तो कोई इसके क्यूब बनाकर रोज़ पानी में मिला कर एनर्जी ड्रिंक की तरह पीता है.तो आइये जानते है ऐसे में एक्सपर्ट्स इस बारे में क्या कहते हैं.
जानें एक्सपर्ट्स की राय
एक्सपर्ट्स के मुताबिक आंवले के जूस को पीन से ज्यादा इसे चबा कर खाना फयदेमंद होता है.एक्सपर्ट्स बताते है की जब हम आंवले को चाबते है तो आंवले के रस के साथ हमारे मुंह की लार भी इसके साथ मिल जाती हो जो पाचन सुधारने में मदद करता है.साथी ही साथ इसे चबाने से हमरे दांतो , मसूड़ों और जबड़ो की भी एक्सरसाइज होती है और इससे हमारे फेस की मसल्स भी एक्टिव होती है.
क्यों कहते है सुपरफूड
आंवले का इस्तेमाल पुराने समय से औषधि की तरह भी किया जाता रहा है.आयुर्वेद में इसे गुणों से भरपूर औषधि की तरह माना जाता है है.आंवले को सुपरफूड इसलिए कहते हैं क्योंकि यह विटामिन सी (20 संतरों जितना), एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, त्वचा-बालों को स्वस्थ रखता है, पाचन सुधारता है, खून की कमी दूर करता है और शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है.
1. विटामिन सी का पावरहाउस: यह विटामिन सी का सबसे समृद्ध स्रोत है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है.
2. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट (जैसे फ्लेवोनोइड्स) कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं और पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करते हैं.
3. पोषक तत्वों का खजाना: इसमें विटामिन ए, बी कॉम्प्लेक्स, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस, पोटेशियम और फाइबर जैसे कई ज़रूरी पोषक तत्व होते हैं.
4. आयुर्वेदिक महत्व: आयुर्वेद में इसे 'रसायन' (कायाकल्प) माना जाता है, जो वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को संतुलित करता है.
5. पाचन और पेट के लिए फायदेमंद: यह पाचन पाचन शक्ति को बढ़ाता है और आंतों के स्वास्थ्य में सुधार करता है.
6. त्वचा और बालों के लिए वरदान: यह त्वचा को साफ कर प्राकृतिक निखार देता है और बालों को मजबूत बनाता है.
7. आयरन का अच्छा स्रोत: खून की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए यह आयरन की पूर्ति करता है.
8. गर्मी में भी स्थिर: यह गर्मी के प्रति प्रतिरोधी है और गर्म करने पर भी अपना विटामिन सी नहीं खोता.


