सर्दियों में बादाम कैसे खाएं? भिगोकर, भूनकर या सूखे? जानिए सही तरीका
सर्दियों की ठंड में बादाम खाना तो जैसे सेहत का सुपरफूड है. एक्सपर्ट बताते हैं कि इस मौसम में बादाम को स्मार्ट तरीके से खाएं, तो फायदे दोगुने हो जाते हैं. तो आइए, जानते हैं कि ठंड में बादाम कैसे और कब खाएं, जो आपको गर्म रखे और एनर्जी भी दे.

नई दिल्ली: सर्दियों का मौसम दस्तक दे चुका है और आने वाले दिनों में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जताई जा रही है. इस मौसम में शरीर को अंदर से मजबूत और ऊर्जावान बनाए रखने के लिए पोषक तत्वों का संतुलित सेवन बेहद जरूरी है. ठंड के मौसम में बादाम का सेवन शरीर को न केवल गर्म रखता है बल्कि इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाता है.
सेहत विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों में बादाम खाने से शरीर को भरपूर विटामिन, कैल्शियम और हेल्दी फैट्स मिलते हैं. हालांकि, अगर इसे गलत तरीके से खाया जाए तो इसके फायदे कम हो सकते हैं. इसलिए जानिए न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार सर्दियों में बादाम खाने का सही तरीका और मात्रा क्या होनी चाहिए.
सर्दियों में बादाम कैसे खाना चाहिए?
सेलेब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट बताते हैं कि ठंड के मौसम में बादाम शरीर को अंदर से गर्म रखने, मेटाबॉलिज्म बढ़ाने और इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करता है. लेकिन यह तभी संभव है जब इसे सही तरीके से खाया जाए. लेकिन लोग अक्सर बादाम को बिना भिगोए या भूनकर खा लेते हैं, लेकिन ऐसा करने से बचना चाहिए. दरअसल, बादाम के छिलके में टैनिन नामक तत्व होता है जो शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण की गति को धीमा कर देता है. इसलिए सबसे अच्छा तरीका यह है कि रात में बादाम को पानी में भिगो दें और सुबह उसका छिलका उतारकर खाएं.
आप चाहें तो इन भीगे हुए बादाम को पीसकर दूध में मिलाकर भी पी सकते हैं. एक्सपर्ट के अनुसार जब बादाम का छिलका निकालकर खाया जाता है तो उसमें मौजूद विटामिन E, कैल्शियम और हेल्दी फैट्स शरीर द्वारा जल्दी अवशोषित किए जा सकते हैं, जिससे इसका असर दोगुना हो जाता है.
कितने बादाम खाने चाहिए?
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप पहले से ही बादाम का सेवन कर रहे हैं, तो आप रोजाना 20 से 25 ग्राम बादाम खा सकते हैं यानी मुट्ठी में जितने समा जाएं. लेकिन अगर आप पहली बार बादाम खाना शुरू कर रहे हैं, तो शुरुआत में 6 से 10 बादाम प्रतिदिन पर्याप्त हैं. साथ ही, एक्सपर्ट ने यह भी सलाह देते हैं कि कुछ लोगों को बादाम पचाने में समस्या होती है, ऐसे में किसी न्यूट्रिशनिस्ट या डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर है.


