जापानी वॉटर थेरेपी: जानें कैसे पानी पीने की इस विधि से गायब होगी पेट की चर्बी
जापानी पानी कोई जादुई ड्रिंक नहीं बल्कि जापान की पारंपरिक स्वास्थ्य चिकित्सा का एक हिस्सा है. इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर को अंदर से साफ करते हैं और मेटाबॉलिज्म को तेज करते हैं. खास बात यह है कि इसे पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है, जिससे खाना जल्दी और सही तरीके से पचता है और चर्बी जमा नहीं होती. यह ड्रिंक शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करती है, जिससे पेट और पीठ की चर्बी धीरे-धीरे कम होने लगती है.

जापानी वॉटर थेरेपी एक पारंपरिक स्वास्थ्य तकनीक है जिसमें सुबह उठते ही खाली पेट पानी पीने की सलाह दी जाती है. यह तरीका जापान में लंबे समय से प्रचलित है और इसे कई स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के रूप में देखा जाता है. इस थेरेपी में व्यक्ति को बिना ब्रश किए, सुबह उठकर 4-5 गिलास गुनगुना पानी पीना होता है. इसके बाद करीब 45 मिनट तक कुछ भी नहीं खाना चाहिए.
सुबह खाली पेट पानी पीने से शरीर के टॉक्सिन बाहर निकलते हैं, मेटाबॉलिज्म तेज होता है और पाचन क्रिया बेहतर होती है. जब शरीर का मेटाबॉलिज्म अच्छा होता है, तो कैलोरी तेजी से बर्न होती है और पेट की जिद्दी चर्बी घटने लगती है. इसके साथ ही यह थेरेपी कब्ज, गैस, सिरदर्द और थकान जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाती है.
पेट की चर्बी घटाने में कैसे मददगार?
जापानी वॉटर थेरेपी वजन घटाने और पेट की चर्बी कम करने में इसलिए मदद करती है क्योंकि यह शरीर को डीटॉक्स करती है. गुनगुना पानी शरीर में फैट ब्रेकडाउन की प्रक्रिया को तेज करता है और भूख को भी नियंत्रित करता है, जिससे अधिक खाने की आदत कम होती है. साथ ही, यह शरीर को हाइड्रेट रखता है जिससे पाचन सही रहता है और ब्लोटिंग नहीं होती.
सावधानियां भी जरूरी
हालांकि यह थेरेपी नेचुरल है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. एकदम से ज्यादा पानी पीने से उल्टी या मिचली महसूस हो सकती है, इसलिए धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाएं. किडनी या दिल की बीमारी से पीड़ित लोग इसे अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.


