मानसून में झड़ते बालों से परेशान हैं? डर्मेटोलॉजिस्ट ने बताए बालों की सेहत को बेहतर बनाने के 5 साइंटिफिक टिप्स
मानसून का मौसम जहां एक ओर ठंडक और राहत लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर नमी, पसीना और गंदगी बालों की सेहत पर बुरा असर डालते हैं. इस मौसम में बाल अधिक झड़ते हैं, स्कैल्प पर इन्फेक्शन की आशंका बढ़ जाती है और बालों में फ्रिज की समस्या आम हो जाती है. ऐसे में सही हेयर केयर रूटीन को अपनाना बेहद ज़रूरी है.

मानसून का मौसम नमी, गंदगी और पसीने से भरपूर होता है, जो हमारे बालों की सेहत के लिए एक बड़ा खतरा बन जाता है. बारिश के मौसम में बाल जल्दी टूटते हैं, फ्रिजी हो जाते हैं और स्कैल्प पर संक्रमण की आशंका भी बढ़ जाती है. ऐसे में बालों की सही देखभाल बेहद जरूरी हो जाती है.
DHI मेडिकल ग्रुप के मेडिकल डायरेक्टर और डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. कुंतल देब बर्मा का कहना है कि मौसम ही नहीं, बल्कि यह भी मायने रखता है कि आपकी स्कैल्प नमी और गलत हेयर केयर रूटीन पर कैसे रिएक्ट करती है. इन इंटरैक्शंस को समझना बालों को नुकसान से बचाने के लिए जरूरी है.
हर दिन शैम्पू न करें
हर दिन हेयर वॉश करने की जरूरत नहीं, खासकर शैम्पू से. इससे स्कैल्प के नेचुरल ऑयल्स हट जाते हैं. अगर आप रोज़ाना पसीना महसूस करते हैं, तो सादे पानी से सिर धोना फायदेमंद होता है. डॉ. बर्मा कहते हैं, स्कैल्प को क्लीन रखना जरूरी है, न कि हर दिन केमिकल शैम्पू से रगड़ना.
सप्ताह में एक बार करें ऐसिडिक pH शैम्पू का इस्तेमाल
ज्यादातर बाजार में मिलने वाले शैम्पू क्षारीय (alkaline) होते हैं जो स्कैल्प की प्राकृतिक बैरियर को नुकसान पहुंचाते हैं. हफ्ते में एक बार करेटिन-बेस्ड और बैलेंस्ड pH वाला शैम्पू इस्तेमाल करें, जिससे बाल फ्रिज़ी न हों और फॉलिकलिटिस से भी बचा जा सके.
माइक्रोफाइबर टॉवल का करें इस्तेमाल
गीले बाल सबसे ज्यादा कमजोर होते हैं और सामान्य तौलिए से पोंछने पर जल्दी टूट सकते हैं. माइक्रोफाइबर टॉवल न केवल बालों को कम नुकसान पहुंचाता है, बल्कि जल्दी सूखने में भी मदद करता है. डॉ. बर्मा सलाह देते हैं, 'मानसून की नमी में बालों को जल्दी सुखाना बेहद जरूरी है ताकि फंगल इंफेक्शन से बचा जा सके.'
ओवरनाइट हेयर ऑयलिंग से बचें
मानसून में स्कैल्प पर लंबे समय तक तेल लगाना फंगल ग्रोथ को बढ़ा सकता है. हालांकि, बालों की लंबाई पर हल्का तेल लगाने से फ्रिज़ को रोका जा सकता है. अगर आप स्कैल्प पर हेयर ग्रोथ ऑयल लगाते हैं, तो उसे एक घंटे से ज्यादा न छोड़ें और सुल्फेट-फ्री माइल्ड शैम्पू से धो लें.
हर 2-3 दिन में बदलें तकिए का कवर
आप दिनभर चेहरा धोते हैं, लेकिन रात को गंदे तकिए पर सोते हैं. इससे स्कैल्प पर बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं जो बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं. डॉ. बर्मा कहते हैं कि साफ-सुथरा सिल्क या बांस का तकिया कवर फॉलिकल पर तनाव, फंगल लोड और हेयरलाइन पर पिंपल्स से बचाता है. डॉ. बर्मा अंत में कहते हैं, मानसून कोई अभिशाप नहीं है, बस उसे सही से समझने की जरूरत है. छोटे-छोटे स्मार्ट बदलाव लाकर आप इस मौसम में भी बालों को स्वस्थ रख सकते हैं.


