इस कंपनी में रोजाना मिल रहा 30 मिनट का मास्टर्बेशन ब्रेक, वजह कर देगी हैरान
एक प्राइवेट कंपनी ने अपने कर्मचारियों को रोजाना 30 मिनट का मास्टर्बेशन ब्रेक देने की अनोखी पहल की है. एरिका लस्ट फिल्म्स नाम की इस कंपनी का दावा है कि यह ब्रेक तनाव कम करने, फोकस बढ़ाने और क्रिएटिविटी को सुधारने में मदद करता है.

Masturbation Break: स्वीडन की एक प्राइवेट कंपनी ने अपने कर्मचारियों को मानसिक तनाव से राहत देने के लिए अनोखी पहल की है. एरिका लस्ट फिल्म्स नाम की कंपनी ने अपने वर्कप्लेस में 30 मिनट का मास्टर्बेशन ब्रेक देने पॉलिसी लागू की है. कंपनी की फाउंडर एरिका लस्ट ने बताया कि उन्होंने यह फैसला तब लिया, जब उन्होंने और उनकी टीम ने कोविड काल के बाद बढ़ते तनाव और मानसिक दबाव को महसूस किया.
एरिका ने सबसे पहले इस पॉलिसी को एक ट्रायल के तौर पर शुरू किया था, जो सफल रहा. इसके बाद मई 2022 में इस ब्रेक को स्थायी रूप से कंपनी की पॉलिसी में शामिल कर लिया गया. उनका कहना है कि सेल्फ प्लेजर से तनाव घटता है, फोकस बढ़ता है और क्रिएटिविटी में भी सुधार होता है.
कोविड के बाद टीम में दिखा तनाव
एरिका लस्ट ने अपने ब्लॉग में लिखा, "साल 2021 में, जब महामारी को एक साल हो चुका था, मैंने देखा कि मेरी टीम और मैं खुद भी मानसिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं. महामारी के इन वर्षों ने हम सभी पर असर डाला था. हम कम फोकस्ड थे, ज्यादा चिड़चिड़े हो गए थे और समग्र रूप से अधिक तनाव में रहने लगे थे."
ऑफिस में बनाया गया मास्टर्बेशन स्टेशन
उन्होंने बताया कि मई को मास्टर्बेशन मंथ के रूप में मनाते हुए कर्मचारियों को हर दिन 30 मिनट की अतिरिक्त छुट्टी दी गई, ताकि वे अपने आत्म-सुख के रूटीन के लिए समय निकाल सकें. इस उद्देश्य के लिए ऑफिस में एक खास कमरा भी बनाया गया, जिसे मास्टर्बेशन स्टेशन नाम दिया गया है.
सेल्फ प्लेजर को बताया क्रिएटिविटी बूस्टर
एरिका ने लिखा, "मास्टर्बेशन न केवल आपको खुश और रिलैक्स करता है, बल्कि यह आपके फोकस को बढ़ाता है और काम को अंजाम देने की क्षमता में भी सुधार करता है. यह क्रिएटिविटी बूस्टर के रूप में भी काम करता है."
एरिका लस्ट फिल्म्स में अब यह मास्टर्बेशन ब्रेक एक स्थायी नियम बन चुका है. उन्होंने ब्लॉग में आगे लिखा, "मैंने यह पहल 'मास्टर्बेशन मंथ' के दौरान शुरू की थी, लेकिन अब यह एक स्थायी कंपनी पॉलिसी बन गई है, जिसे हम आज भी लागू रखते हैं."


