Ganga Dussehra 2025: इन राशियों के लिए शुरू होंगे अच्छे दिन, मिलेगा निवेश में लाभ
गंगा दशहरा 2025 पर मेष और कन्या राशियों के लिए अच्छे दिन आ रहे हैं. इस बार खास ग्रहों के योग बन रहे हैं, जिससे इन राशियों के जातकों को सुख-समृद्धि और सफलता मिलेगी. निवेश में लाभ होगा, काम में रुकावटें दूर होंगी और सेहत में भी सुधार होगा. जानिए कैसे गंगा दशहरा के दिन ग्रहों की शुभ स्थिति से आपको मिल सकते हैं खास फायदे. क्या आपके लिए भी यह दिन खास होगा? पढ़िए पूरी खबर!

Ganga Dussehra 2025: गंगा दशहरा एक ऐसा पर्व है, जो सनातन धर्म में खास महत्व रखता है. ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाने वाला यह पर्व गंगा नदी के पृथ्वी पर अवतरण के दिन को स्मरण करता है. इस दिन गंगा स्नान और पूजा करने से पापों का नाश होता है और व्यक्ति की सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है. इस बार गंगा दशहरा पर कुछ खास ग्रहों के योग बन रहे हैं, जिससे कुछ राशियों के जातकों के लिए अच्छे दिन आ रहे हैं.
ग्रहों की शुभ स्थिति और लाभकारी संयोग
ग्रहों की स्थिति के अनुसार, 18 मई को राहु का कुंभ राशि में और केतु का सिंह राशि में गोचर होगा, जबकि 31 मई को शुक्र देव मेष राशि में गोचर करेंगे. इस शुभ स्थिति का असर खास तौर पर मेष और कन्या राशियों पर पड़ेगा. इन राशियों के लिए यह समय बेहद शुभ रहेगा और इनकी जिंदगी में कई सकारात्मक बदलाव आएंगे.
मेष राशि के लिए गंगा दशहरा का महत्व
गंगा दशहरा का दिन मेष राशि के जातकों के लिए विशेष रूप से अच्छा साबित होने वाला है. इस दिन से मेष राशि के लोगों के अच्छे दिन शुरू होंगे. समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा, और कोई बड़ा फैसला लेने का समय आ सकता है. निवेश में भी लाभ मिलने की संभावना है. इसके अलावा, नौकरी से जुड़ी किसी समस्या का समाधान होगा, जिससे मन प्रसन्न रहेगा.
कन्या राशि के लिए शुभ संयोग
कन्या राशि के जातकों के लिए गंगा दशहरा का दिन बेहद शुभ रहेगा. इस दिन से कन्या राशि के जातकों के रुके हुए काम पूरे होने की संभावना है. नौकरी में सफलता मिलेगी, और आर्थिक समस्याओं से निजात मिलेगी. सेहत में भी सुधार होगा, और काम में आ रही बाधाएं दूर होंगी. इस दिन से एक नई ऊर्जा और उम्मीद के साथ काम करने का मौका मिलेगा.
गंगा दशहरा 2025 की तिथि
5 जून 2025 को इस साल गंगा दशहरा मनाया जाएगा. यह दिन विशेष रूप से शुभ रहेगा, क्योंकि गंगा नदी की पूजा और स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है और भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है. गंगा दशहरा के दिन गंगा के मंत्रों का जाप करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
गंगा के मंत्रों का जाप करें
गंगा दशहरा के दिन गंगा के कुछ विशेष मंत्रों का जाप करना अत्यधिक शुभ माना जाता है. यह मंत्र पापों को नष्ट करने और पुण्य का अर्जन करने में सहायक होते हैं:
“गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति.
ॐ नमो गंगायै विश्वरूपिण्यै नारायण्यै नमो नमः
गंगां वारि मनोहारि मुरारिचरणच्युतं
"गंगा गंगेति यो ब्रूयात, योजनानाम् शतैरपि.
मुच्यते सर्वपापेभ्यो, विष्णुलोके स गच्छति."
गंगा दशहरा का पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि इसका ज्योतिषीय प्रभाव भी खास है. इस दिन से खासतौर पर मेष और कन्या राशि के जातकों के लिए शुभ समय शुरू हो रहा है. गंगा स्नान और पूजा के साथ-साथ ग्रहों के इस शुभ संयोग का पूरा लाभ उठाकर आप अपने जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त कर सकते हैं.


