गरुड़ पुराण में महापाप है चोरी करन, मिलती है ये खौफनाक सजा: सुनिए देवकीनंदन जी की कथा
Garuda Purana Punishment: गरुड़ पुराण में पाप-पुण्य, नरक-स्वर्ग, जीवन-मृत्यु आदि के बारे में विस्तार से बताया गया है. गरुड़ पुराण में कुछ ऐसे पापों के बारे में बताया गया है, जिनके लिए नरक में भयानक सजा भुगतनी पड़ती है. देवकीनंदन ठाकुर जी अपनी कथा में गरुड़ पुराण का वर्णन किया है. उन्होंने अपने कथा में गरुड़ पुराण का जिक्र करते हुए कहा कि चोरी करने वाले व्यक्ति को नरक में किस तरह की सजा मिलती है.
Garuda Purana Punishment: हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण को महापुराण का दर्जा दिया गया है. इस पुराण में व्यक्ति के जीवन और उसके बाद यानी मृत्यु के बाद के बारे में भी बताया गया है. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि किसी व्यक्ति को उसके पाप-पुण्य का हिसाब कैसे चुकाना पड़ता है. उसे अपने पापों के लिए नरक में कैसी सजा भुगतनी पड़ती है. वहीं उसके अच्छे कामों के चलते उसे स्वर्ग में स्थान मिलता है.
गरुड़ पुराण में किन कामों को सबसे बुरा और महापाप माना गया है, जिनके लिए व्यक्ति को जीते जी और मृत्यु के बाद भयानक सजा भुगतनी पड़ती है, इन सब के बारे में कथावाचक देवकीनंदन जी ने अपनी कथा में बताया है. देवकीनंदन जी महराज के अनुसार, महिलाओं पर बुरी नजर रखने वाले, व्यभिचार करने वाले, बलात्कार करने वाले लोग महापापी होते हैं. इन कामों को गरुड़ पुराण में महापाप का दर्जा दिया गया है.


