Jaya Ekadashi 2025: आज है जया एकादशी, सुख-समृद्धि के लिए करें ये उपाय, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त, विधि और महत्व
Jaya Ekadashi 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी कहा जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत और पूजा करने से व्यक्ति को भूत-प्रेत बाधाओं से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. यह एकादशी विशेष रूप से भगवान विष्णु को समर्पित होती है और इस दिन उनका विधि-विधान से पूजन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.

Jaya Ekadashi 2025: फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी कहा जाता है, जिसे भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है. इस व्रत के प्रभाव से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जया एकादशी का व्रत रखने से भूत-प्रेत बाधाओं से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति का वास होता है.
इस साल जया एकादशी 8 फरवरी 2025, शनिवार को मनाई जाएगी. इस दिन व्रत और पूजा करने से न केवल जीवन में सकारात्मकता आती है, बल्कि सभी संकटों से भी मुक्ति मिलती है. जानें इस एकादशी के व्रत का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, भोग और इसके अद्भुत लाभ.
जया एकादशी 2025 का शुभ मुहूर्त
- व्रत प्रारंभ: 8 फरवरी 2025 (शनिवार)
- एकादशी तिथि आरंभ: 7 फरवरी 2025 को रात्रि 09:22 बजे
- एकादशी तिथि समाप्त: 8 फरवरी 2025 को रात्रि 11:12 बजे
- व्रत पारण (समापन): 9 फरवरी 2025 को प्रातः काल (उचित मुहूर्त में)
जया एकादशी व्रत एवं पूजा विधि
1️⃣ स्नान और संकल्प: प्रातः काल जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें.
2️⃣ भगवान विष्णु की पूजा: विष्णु जी की प्रतिमा के सामने दीपक जलाएं और पुष्प, फल, तुलसी दल अर्पित करें.
3️⃣ व्रत कथा और मंत्र जाप: इस दिन ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें.
4️⃣ आरती और भोग: भगवान विष्णु की आरती करें और तुलसी दल के साथ भोग अर्पित करें.
5️⃣ रात्रि जागरण: रातभर भजन-कीर्तन करें और ईश्वर का ध्यान करें.
6️⃣ व्रत पारण: अगले दिन द्वादशी पर ब्राह्मणों को भोजन कराकर व्रत का पारण करें.
जया एकादशी पर भगवान को चढ़ाए ये भोग
- गुड़ और चने की दाल
- केला और सूखे मेवे
- किशमिश एवं अन्य फलाहार
जया एकादशी व्रत के लाभ
मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.
वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है.
सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है.
आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
भूत-प्रेत बाधाओं से रक्षा होती है.
जया एकादशी का व्रत जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और भक्तों को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है. इस दिन विधिपूर्वक व्रत रखने और भगवान की आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और पापों से मुक्ति मिलती है.


