दुर्भाग्य से सौभाग्य तक का सफर... प्रेमानंद महाराज जी से जानें वो खास व्रत जो बदल देगा आपकी किस्मत
आध्यात्मिक जगत के चमकते सितारे और राधा-वल्लभ संप्रदाय के प्रेमी संत श्री प्रेमानंद जी महाराज आज लाखों दिलों पर राज करते हैं. उनकी मीठी वाणी और सरल गहराई भरे उपदेश सुनते ही मन शांत हो जाता है और जीवन में नई दिशा दिखने लगती है.इन दिनों सोशल मीडिया पर उनका एक खास वीडियो तहलका मचा रहा है, जो रातों-रात वायरल हो गया. इसमें महाराज जी ने बेहद सरल तरीके से बताया है कि सिर्फ एक खास व्रत और तप करने से बंद किस्मत के ताले भी खुल सकते हैं और जीवन पूरी तरह बदल सकता है.

नई दिल्ली: हिंदू धर्म में व्रत-उपवास का अत्यंत महत्व माना गया है. माना जाता है कि व्रत न केवल आत्मिक शुद्धि का माध्यम है, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, सौभाग्य और मनोवांछित फल भी प्रदान करता है. इन्हीं मान्यताओं के बीच सोशल मीडिया पर कथावाचक प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे एक भक्त के महत्वपूर्ण प्रश्न का उत्तर देते दिखाई देते हैं.
वीडियो में एक भक्त यह जिज्ञासा प्रकट करता है कि ऐसा कौन-सा तप या व्रत किया जाए जिससे भगवान प्रसन्न हों और जीवन में सभी इच्छएं पूरी हों. इस प्रश्न पर प्रेमानंद महाराज ने जो उत्तर दिया, वह न केवल सरल है बल्कि हर व्यक्ति के आध्यात्मिक जीवन को दिशा देने वाला भी माना जा रहा है.
भक्त का सवाल: भगवान को प्रसन्न करने का मार्ग क्या?
वायरल वीडियो में प्रेमानंद महाराज के पास बैठे एक भक्त ने विनम्रतापूर्वक पूछा- महाराज जी, हम कौन-सा तप या व्रत करें, जिससे भगवान हमसे प्रसन्न हो जाएं और हमारी सभी कामनाएं पूरी हो जाएं? यह प्रश्न उन सभी साधकों की जिज्ञासा को दर्शाता है जो ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं.
प्रेमानंद महाराज का उपदेश
भक्त के इस सवाल के जवाब में प्रेमानंद महाराज ने दो विशिष्ट व्रतों का उल्लेख किया और एक शक्तिशाली आध्यात्मिक साधना की ओर विशेष रूप से ध्यान दिलाया.
एकादशी का व्रत
प्रेमानंद महाराज ने पहला जो व्रत सुझाया वह था एकादशी का व्रत, जो भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है.
महत्व: यह व्रत शारीरिक, मानसिक और आत्मिक शुद्धि का सर्वोत्तम साधन माना जाता है.
सोमवार का व्रत
दूसरा व्रत जिसके बारे में महाराज ने बताया, वह था सोमवार का व्रत, जो भगवान शिव को समर्पित है.
महत्व: मान्यता है कि सोमवार का व्रत करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जो कष्टों का नाश कर इच्छाओं की पूर्ति करते हैं.
नाम जाप: सबसे शक्तिशाली तप
व्रतों के साथ प्रेमानंद महाराज ने सबसे अधिक जोर भगवान के नाम के जाप पर दिया. उन्होंने कहा कि व्रत करना पर्याप्त नहीं, बल्कि ईश्वर से आंतरिक संबंध स्थापित करने के लिए नाम जाप ही वास्तविक तपस्या है. महाराज के अनुसार, नाम जाप से मन शांत होता है, चित्त शुद्ध होता है और व्यक्ति सीधे ईश्वर से जुड़ जाता है, यही वह साधना है जो किस्मत बदलने की शक्ति रखती है.


