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Magh Purnima Snan 2025: माघ पूर्णिमा आज, गंगा स्नान के बाद करें ये उपाय, जीवन में आएगी खुशहाली!

माघी पूर्णिमा हिंदू धर्म में एक पवित्र और शुभ दिन माना जाता है. इस दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य और धार्मिक अनुष्ठान करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं. माघ महीने की पूर्णिमा को गंगा स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस बार माघी पूर्णिमा का महत्व और भी बढ़ गया है, क्योंकि महाकुंभ 2025 में यह एक महत्वपूर्ण स्नान पर्व के रूप में मनाया जा रहा है.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

Maghi Purnima 2025: माघी पूर्णिमा का दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है. इस पावन अवसर पर गंगा स्नान, दान-पुण्य और भगवान विष्णु की पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. प्रयागराज संगम पर महाकुंभ 2025 के दौरान माघी पूर्णिमा का महत्व और भी बढ़ गया है. इस ऐतिहासिक क्षण में करोड़ों श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाने के लिए उमड़ रहे हैं.  

इस बार माघी पूर्णिमा पर 144 वर्षों बाद महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, जिससे यह अवसर और भी शुभ बन गया है. इस दिन गंगा स्नान के अलावा, दान और धार्मिक अनुष्ठान करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है. आइए जानते हैं माघ पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त और इस दिन किए जाने वाले शुभ कार्यों के बारे में.

माघी पूर्णिमा 2025 का शुभ मुहूर्त  

तिथि प्रारंभ: 11 फरवरी 2025, शाम 6:55 बजे  

तिथि समाप्त: 12 फरवरी 2025, शाम 7:22 बजे

उदयातिथि अनुसार माघी पूर्णिमा: 12 फरवरी 2025  

माघ पूर्णिमा स्नान का शुभ समय  

माघी पूर्णिमा पर ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है. इस दिन तीन विशेष मुहूर्त हैं:  

पहला मुहूर्त: प्रातः 5:19 से 6:10 बजे तक  

दूसरा मुहूर्त: प्रातः 7:02 से 8:25 बजे तक  

तीसरा मुहूर्त: प्रातः 8:25 से 9:49 बजे तक  

इन शुभ समयों में गंगा स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और सभी पापों का नाश होता है.  

गंगा स्नान का महत्व  

माघ पूर्णिमा पर गंगा स्नान को बेहद पवित्र माना गया है. शास्त्रों के अनुसार, इस दिन गंगा में स्नान करने से व्यक्ति के सारे कष्ट दूर होते हैं और उसे जीवन में सफलता प्राप्त होती है. प्रयागराज संगम में डुबकी लगाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और पितरों की आत्मा को शांति मिलती है.  

स्नान के बाद कौन-कौन से कार्य करने चाहिए?  

दान-पुण्य करें: गंगा स्नान के बाद अन्न, तिल, गुड़, घी, वस्त्र और धन का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है. इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है और सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं.  

पितरों के लिए तर्पण और श्राद्ध करें:  माघी पूर्णिमा के दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान किया जाता है. ऐसा करने से पूर्वजों की कृपा प्राप्त होती है और परिवार में खुशहाली बनी रहती है.  

गरीबों को भोजन कराएं: इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन कराने से विशेष लाभ मिलता है. शास्त्रों में कहा गया है कि इस पुण्य कार्य से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.  

भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें: माघी पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करने से धन, ऐश्वर्य और सुख-समृद्धि बढ़ती है. इस दिन श्रीहरि को पीले फूल और तुलसी अर्पित करने का विशेष महत्व है.

महाकुंभ 2025 में माघी पूर्णिमा का विशेष महत्व  

महाकुंभ 2025 में माघी पूर्णिमा का दिन बेहद खास है. मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी जैसे प्रमुख स्नानों के बाद भी, करोड़ों श्रद्धालु संगम पर पुण्य स्नान के लिए आ रहे हैं. यह अवसर न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इतिहास में भी इसे एक विशेष धार्मिक आयोजन के रूप में दर्ज किया जाएगा. 

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12 February 2025, 08:10 AM IST

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