21 मई का पंचांग: बुधवार को बन रहे कई शुभ-अशुभ योग, गणेश जी की पूजा से दूर होंगी बाधाएं
बुधवार और नवमी तिथि का मिलन, ऊपर से बन रहे हैं कई शुभ-अशुभ योग. गणेश जी को खुश करने का है सही मौका— व्यापार, पढ़ाई और कर्ज जैसी परेशानियों से राहत मिल सकती है. कौन-सा मुहूर्त है अच्छा और कब है अशुभ समय? जानिए आज का पूरा पंचांग, साथ ही वो खास उपाय जो बदल सकते हैं आपका दिन!

Wednesday Special: आज का दिन खास है क्योंकि यह ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है और दिन है बुधवार का. यह दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है, जिन्हें विघ्नहर्ता यानी बाधाओं को दूर करने वाला माना जाता है. आज अगर आप थोड़ी श्रद्धा और सच्चे मन से गणेश जी की पूजा करते हैं तो कई रुके हुए कामों में तरक्की मिल सकती है.
गणेश जी को मनाएं और पाएं बुद्धि, सफलता और तरक्की
पंडित आनंद सागर पाठक के अनुसार, आज के दिन गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें, उन्हें मोदक का भोग लगाएं. ऐसा करने से व्यापार में उन्नति होती है और घर में सुख-शांति आती है. अगर आपके बच्चे पढ़ाई में ध्यान नहीं लगा पा रहे हैं, तो उनके पढ़ाई की जगह पर गणेश जी की तस्वीर या मूर्ति रखें. साथ ही अगर आप कर्ज़ से परेशान हैं तो आज से ही 'ऋणहर्ता गणेश स्रोत' का पाठ शुरू करें, लाभ मिलेगा.
गरीब बच्चों को दान करें किताबें
मान्यता है कि गरीब बच्चों को किताबें दान करने से बुद्धि और एकाग्रता बढ़ती है. बुधवार को ऐसे पुण्य कार्य करने से मन को शांति और आत्मिक संतोष मिलता है.
अब जानिए आज का पूरा पंचांग (21 मई 2025)
तिथि: नवमी (ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष) — प्रातः 03:21 बजे तक (22 मई तक)
वार: बुधवार
संवत: 2082
नक्षत्र: शतभिषा — शाम 06:58 बजे तक
योग: वैधृति — दोपहर 12:35 बजे तक
करण: तैतिल योग शाम 4:13 बजे तक रहेगा, इसके बाद गरज करण शुरू होगा, जो 22 मई तक प्रभावी रहेगा.
सूर्योदय: सुबह 5:27 बजे
सूर्यास्त: शाम 7:09 बजे
चंद्रोदय: 22 मई को रात 01:51 बजे
चंद्रास्त: दोपहर 12:56 बजे
शुभ और अशुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त: आज उपलब्ध नहीं है
राहुकाल: दोपहर 12:18 से 2:01 तक
गुलिक काल का समय: सुबह 10:35 बजे से लेकर दोपहर 12:18 बजे तक का वक्त गुलिक काल माना जाएगा.
यमगंडा: सुबह 07:10 से 08:53 तक
इन समयों में नए काम, यात्रा या कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचें.
शतभिषा नक्षत्र में चंद्रमा का प्रवेश
आज चंद्रमा शतभिषा नक्षत्र में रहेंगे जो शाम 6:58 बजे तक रहेगा. इस नक्षत्र में जन्मे लोग आमतौर पर स्वतंत्र विचारों वाले, थोड़े आलसी लेकिन गहराई से सोचने वाले, जिज्ञासु, और रहस्यमयी स्वभाव के होते हैं.
आज करें गणेश पूजन, मिलेगा मानसिक बल और समृद्धि
आज का दिन रोज़मर्रा की भागदौड़ में एक छोटा सा अध्यात्मिक ठहराव देने वाला है. भगवान गणेश की पूजा करके ना केवल बुद्धि और विवेक को बढ़ावा मिलता है बल्कि जीवन में आ रही अड़चनों से भी राहत मिलती है. तो आज के दिन थोड़ा समय निकालिए, पूजा कीजिए और खुद को भीतर से शांत कीजिए.


