Sawan 2025: किन लोगों को नहीं रखना चाहिए सावन के सोमवार का व्रत? जानें इसके पीछे की वजह
सावन का पावन महीना 11 जुलाई से शुरू हो रहा है. भोलेनाथ की भक्ति में लीन श्रद्धालु सोमवार व्रत की तैयारी में जुट चुके हैं. मान्यता है कि सावन में सोमवार का व्रत करने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं. हालांकि कुछ विशेष स्थितियों में इस व्रत को रखने की मनाही होती है. आइए जानें किन लोगों को सावन सोमवार का व्रत नहीं रखना चाहिए और क्यों.

Sawan 2025: सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति के लिए अत्यंत शुभ और पवित्र माना जाता है. इस पूरे महीने में श्रद्धालु सोमवार को उपवास रखते हैं और भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजन करते हैं. मान्यता है कि सावन में सोमवार का व्रत रखने से महादेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.
हालांकि, यह धार्मिक व्रत हर किसी के लिए नहीं है. कई बार स्वास्थ्य या अन्य कारणों से सावन सोमवार व्रत करना लाभ के बजाय नुकसानदायक हो सकता है. आइए जानते हैं किन लोगों को सावन में सोमवार का व्रत करने से बचना चाहिए और इसके पीछे क्या कारण हैं.
जिनका स्वास्थ्य ठीक ना हो
जिन लोगों को किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, उन्हें सावन का व्रत नहीं रखना चाहिए. खासकर पेट की बीमारी, कमजोरी, थकान या डिहाइड्रेशन जैसी स्थिति में उपवास से स्वास्थ्य बिगड़ सकता है. खाली पेट रहने से पेट दर्द, चक्कर या अन्य परेशानियां हो सकती हैं.
मासिक धर्म वाली महिलाएं
मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को व्रत और पूजा-पाठ से दूर रहने की सलाह दी जाती है. सावन सोमवार व्रत भी इस स्थिति में नहीं करना चाहिए. यदि किसी महिला ने 16 सोमवार व्रत का संकल्प लिया है, तो वह मानसिक रूप से पूजा कर सकती हैं, लेकिन पूजा की वस्तुओं को स्पर्श करने से बचें.
गर्भवती महिलाएं
गर्भवती महिलाओं को सावन के सोमवार का व्रत नहीं करना चाहिए. उपवास के कारण शरीर में कमजोरी, थकान और पोषण की कमी हो सकती है, जो मां और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है. ऐसे में पूजा केवल जल अर्पण और मंत्र जप तक सीमित रखनी चाहिए.
गंभीर रोगी और कमजोर व्यक्ति
हृदय रोगी, डायबिटीज, किडनी या अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को सावन व्रत करने से बचना चाहिए. उपवास से ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल या दवा का असर प्रभावित हो सकता है. ऐसे लोग डॉक्टर की सलाह के बिना व्रत न करें.
बच्चों को व्रत से बचाना चाहिए
बच्चों का शरीर विकास की अवस्था में होता है, इसलिए उपवास से उनकी ऊर्जा और पोषण प्रभावित हो सकता है. यदि बच्चा व्रत करना चाहता है तो उसे केवल फलाहार या हल्का उपवास ही करना चाहिए. पूरी तरह उपवास से बचना बेहतर होता है.
शिव भक्ति बिना व्रत के भी संभव
अगर कोई व्यक्ति सावन में व्रत नहीं रख सकता, तो भी वह भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकता है. व्रत के स्थान पर जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, शिव चालीसा का पाठ या मंत्र जप करें. सच्चे मन से की गई आराधना भी भोलेनाथ को प्रसन्न करती है.
Disclaimer: ये आर्टिकल धार्मिक मान्यताओं और सामान्य जानकारी पर आधारित है, JBT इसकी पुष्टि नहीं करता है.


