धन की कमी दूर करने में मददगार है ये रत्न, धनु और मीन राशियों के लिए लकी
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब ग्रहों की दशा प्रतिकूल होती है, तो कुछ खास रत्न पहनने से आर्थिक समस्याओं से राहत मिल सकती है. इन रत्नों में पुखराज, नीलम और माणिक जैसे रत्न शामिल हैं, जो सही राशि और समय पर पहनने से धन लाभ में सहायक होते हैं.

भारतीय ज्योतिष शास्त्र में रत्नों का विशेष महत्व बताया गया है. हर ग्रह का एक खास रत्न होता है और उस ग्रह से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए रत्नों की सहायता ली जाती है. अगर आप लंबे समय से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं या पैसा आते ही किसी न किसी वजह से खर्च हो जाता है, तो एक खास रत्न आपकी किस्मत बदल सकता है. इस लेख में हम बात कर रहे हैं पुखराज (Yellow Sapphire) रत्न की, जो गुरु ग्रह से जुड़ा होता है.
पुखराज रत्न बृहस्पति ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है. बृहस्पति को ज्ञान, समृद्धि, विवाह, संतान और सौभाग्य का कारक माना जाता है. जिस व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति मजबूत नहीं होता, उसे जीवन में कई बार आर्थिक तंगी, रिश्तों में परेशानी और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है. पुखराज पहनने से बृहस्पति ग्रह मजबूत होता है और जीवन में खुशहाली आने लगती है.
किन राशियों के लिए है शुभ?
पुखराज रत्न सभी के लिए नहीं होता, लेकिन कुछ राशियों के लिए यह बेहद शुभ और लकी माना गया है.
धनु राशि (Sagittarius)
मीन राशि (Pisces)
मीन राशि का स्वामी भी बृहस्पति ही है. मीन राशि वालों के लिए पुखराज पहनना जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है. इस रत्न से इनके आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और मानसिक तनाव भी दूर होता है.
कैसे और कब पहनें पुखराज?
- पुखराज रत्न गुरुवार के दिन, सूर्योदय से पहले या ब्रह्म मुहूर्त में धारण करना चाहिए.
- इसे सोने या पीले धातु की अंगूठी में बनवाकर तर्जनी (इंडेक्स फिंगर) में पहना जाता है.
- रत्न धारण करने से पहले गंगाजल या कच्चे दूध में डुबाकर भगवान विष्णु या बृहस्पति देवता की पूजा करनी चाहिए.
सावधानी:
पुखराज पहनने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह जरूर लें क्योंकि यह रत्न कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है अगर कुंडली में बृहस्पति ग्रह अशुभ स्थिति में हो. सही सलाह और उचित समय पर धारण किया गया रत्न जीवन की दिशा को बदल सकता है.


