मस्जिद की छत क्यों होती है गोल? इसके पीछे है एक धार्मिक कारण, जानकर चौंक जाएंगे आप!
हमने आमतौर पर देखा होगा कि अधिकांश मंदिरों और मस्जिदों की छतें गोल आकार की होती हैं. हम भले ही हर रोज़ मंदिर जाते हों या पूजा-पाठ करते हों, लेकिन हमें इस बात का पता नहीं होता. आइए जानें इसके पीछे क्या कारण है.

इस्लाम में मस्जिद को एक पवित्र स्थान माना जाता है. यहां मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज के लिए एकत्र होते हैं. मस्जिद एक अरबी शब्द है जिसका अर्थ है सजदा करने का स्थान. मस्जिद न केवल प्रार्थना या प्रार्थना के लिए एक स्थान है, बल्कि इस्लामी शिक्षा, सामाजिक एकता और सामुदायिक मेलजोल का केंद्र भी है. यही कारण है कि मस्जिदों की वास्तुकला और डिजाइन बहुत खास होती है, जिसे हम दुनिया भर की ऐतिहासिक और आधुनिक मस्जिदों में देख सकते हैं.
मस्जिदों की संरचना सामान्यतः
एक जैसी होती है, जिसमें बीच में गुम्बदाकार छत और उसके चारों ओर मीनारें होती हैं. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि मस्जिदों की छतें ज्यादातर गोल या गुम्बदाकार क्यों बनाई जाती हैं? चाहे वह ऐतिहासिक मस्जिद हो या नई मस्जिद. अगर आप भी सोच रहे हैं कि मस्जिद की छत गोल या गुंबददार क्यों बनाई जाती है तो आपको बता दें कि इसके पीछे आध्यात्मिक या धार्मिक कारणों से ज्यादा विज्ञान छिपा है. आइये यहां जानते हैं कि मस्जिद के लिए गोल या गुंबददार छत बनाने के पीछे क्या कारण हैं.
ध्वनि तरंगों का वितरण:
मस्जिदों की छतें गोल या गुम्बदाकार बनाई जाती हैं ताकि नमाज़ या अज़ान के दौरान इमाम की आवाज़ पूरे हॉल में अच्छी तरह सुनी जा सके. हां, गोल छत ध्वनि तरंगों को समान रूप से फैलाने में मदद करती है. चूंकि ध्वनि तरंगें समान रूप से फैलती हैं, इसलिए वहां उपस्थित लोगों को शांति और मानसिक शांति का अनुभव होता है.
तापमान संतुलन:
गोल या गुंबददार छत मस्जिद के अंदर तापमान संतुलन बनाए रखने में मदद करती है. इससे बाहर की गर्मी और सर्दी का एहसास अंदर नहीं होता और वातावरण सामान्य बना रहता है. ऐसा माना जाता है कि गोल या गुम्बदाकार छत के कारण ऊपर गर्म हवा जमा हो जाती है और निचला हिस्सा ठंडा रहता है. यही कारण है कि मस्जिदों के अलावा मुगल काल के किलों और अन्य इमारतों की छतें भी गोल या गुम्बदाकार हैं.
भूकंप और प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा:
विज्ञान में माना जाता है कि गोल या गुंबददार छत इमारत को मजबूती प्रदान करती है. इसलिए भूकंप और प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा के लिए मस्जिदों की छतें गोल या गुम्बदाकार बनाई जाती हैं. ताकि यह वर्षों तक नहीं, बल्कि सदियों तक मजबूत बना रहे.


