करुण नायर का टेस्ट करियर खत्म? चौथे टेस्ट से बाहर होने के बाद फैन्स को सता रही भविष्य की चिंता
करुण नायर को मैनचेस्टर टेस्ट से बाहर किए जाने के बाद उनके टेस्ट करियर पर सवाल उठने लगे हैं. घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभावित नहीं कर सके. कप्तान शुभमन गिल के समर्थन के बावजूद अंतिम एकादश से बाहर होना प्रशंसकों को खला. क्या करुण के करियर का अंत हो गया है?

23 जुलाई को मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट से पहले करुण नायर को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया, जिससे उनके टेस्ट करियर को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन के बाद 3000 दिनों के लंबे अंतराल के बाद उन्होंने टीम इंडिया में वापसी की थी. उनके चयन ने कई लोगों को उम्मीद दी थी कि एक अनुभवी बल्लेबाज अब खुद को फिर से साबित करेगा.
घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन
करुण नायर ने 2024-25 रणजी ट्रॉफी सीज़न में विदर्भ के लिए खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने 16 पारियों में 53.93 की औसत से 863 रन बनाए, जिसमें चार शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं. इसके अलावा विजय हज़ारे ट्रॉफी में भी उनका बल्ला जमकर बोला – आठ पारियों में 779 रन, 389.50 की औसत और 124.04 के स्ट्राइक रेट के साथ, जिसमें पाँच शतक भी शामिल रहे. भारत ए बनाम इंग्लैंड लायंस के पहले अनौपचारिक टेस्ट में दोहरा शतक लगाकर उन्होंने चयनकर्ताओं को एक बार फिर प्रभावित किया.
टेस्ट में नहीं चला बल्ला
लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करुण का प्रदर्शन उस उम्मीद के अनुसार नहीं रहा. छह पारियों में उन्होंने महज 131 रन बनाए, औसत रहा लगभग 21. कुछ पारियों में अच्छी शुरुआत मिलने के बावजूद वह उसे बड़ी पारी में नहीं बदल सके, जिससे चयनकर्ताओं को निराशा हुई. विशेषज्ञों ने भी इस बात पर जोर दिया कि करुण तकनीकी रूप से मजबूत हैं, लेकिन वह मौके को भुनाने में असफल रहे.
शुभमन गिल का समर्थन
दिलचस्प बात यह रही कि मैनचेस्टर टेस्ट से ठीक एक दिन पहले कप्तान शुभमन गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में करुण का समर्थन किया. गिल ने कहा, “वह अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं. कभी-कभी लय पाने में समय लगता है. हमें उम्मीद है कि वह जल्द ही बड़े रन बनाएंगे.” हालांकि, इन बयानों के 24 घंटे के भीतर करुण को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया, जिससे फैंस में भ्रम और नाराज़गी देखी गई.
फैंस और पूर्व क्रिकेटर्स की प्रतिक्रिया
कई प्रशंसकों ने टीम प्रबंधन से सवाल किया कि जब कप्तान खुद समर्थन कर रहा हो तो फिर खिलाड़ी को अंतिम एकादश से क्यों हटाया गया? पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने भी गिल की आलोचना करते हुए कहा कि कप्तान ने करुण को एक और मौका न देकर भरोसे और सम्मान की भावना खो दी.
भविष्य क्या कहता है?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह करुण नायर का टेस्ट करियर समाप्त होने जैसा है, या वह घरेलू क्रिकेट के दम पर फिर से वापसी करेंगे? 33 वर्षीय करुण के पास अनुभव और प्रतिभा है, लेकिन टीम में बने रहने के लिए उन्हें मौकों को बड़े स्कोर में बदलना ही होगा.


