विनेश फोगाट ने संन्यास के फैसले पर लिया बड़ा यू-टर्न, लॉस एंजलिस ओलंपिक में धमाल मचाने को तैयार
भारतीय कुश्ती की सुपरस्टार विनेश फोगाट ने आज एक अहम फैसला लिया. पेरिस ओलंपिक 2024 में हार का सामना करने के बाद संन्यास लेने वाली फोगाट वापस मैट पर लौटने वाली हैं.

भारतीय कुश्ती की सुपरस्टार विनेश फोगाट ने शुक्रवार (12 दिसंबर) को खेल प्रेमियों को चौंकाते हुए संन्यास वापस ले लिया. पेरिस ओलंपिक 2024 में दिल तोड़ने वाली हार के बाद खेल छोड़ने का ऐलान करने वाली विनेश अब फिर मैट पर लौटने को तैयार हैं. उनका लक्ष्य 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में पदक जीतना है.
पेरिस में टूटा था सपना
पेरिस ओलंपिक में विनेश ने कमाल कर दिया था. उन्होंने मौजूदा ओलंपिक चैंपियन युई सुसाकी समेत तीन दिग्गजों को हराकर फाइनल में जगह बनाई. पहली भारतीय महिला पहलवान बनने वाली थीं जो ओलंपिक फाइनल में उतरतीं, लेकिन फाइनल की सुबह मात्र 100 ग्राम वजन ज्यादा होने से उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया. यह झटका इतना बड़ा था कि विनेश ने तुरंत संन्यास की घोषणा कर दी.
18 महीने का ब्रेक
संन्यास के बाद विनेश ने हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ा और जुलाना सीट से विधायक भी बनीं. जुलाई 2025 में उन्होंने बेटे को जन्म दिया. इन 18 महीनों में उन्होंने खेल से दूरी बनाई, परिवार को समय दिया और खुद को समझा.
उन्होंने इंस्टाग्राम पर जानकारी देते हुए लिखा, “मुझे लगा था कि शायद मेरा सफर खत्म हो गया, लेकिन जब शोर दूर हुआ तो पता चला कि मैट के लिए मेरा जुनून अभी जिंदा है.”
अब बेटे के साथ नई शुरुआत
विनेश ने भावुक पोस्ट में कहा, “इस बार मैं अकेले नहीं लड़ रही. मेरा छोटा बेटा मेरी सबसे बड़ी ताकत और चीयरलीडर है.” मां बनने के बाद वापसी करने वाली विनेश अब चुनिंदा भारतीय महिला एथलीटों में शामिल हो गई हैं. 31 साल की उम्र में भी उनका जोश कम नहीं हुआ है.
विनेश की आखिरी उम्मीद लॉस एंजिल्स 2028
विनेश का मानना है कि ओलंपिक पदक का उनका सपना अभी बाकी है. 2028 में होने वाले लॉस एंजिल्स ओलंपिक उनके करियर का आखिरी बड़ा मौका होंगे. तीन ओलंपिक (2016, 2020, 2024) में चोट और हार का दर्द झेल चुकीं विनेश अब चौथी बार आजमा कर इतिहास रचना चाहती हैं.
विनेश की वापसी भारतीय कुश्ती के लिए नई उम्मीद है. उनका यह फैसला साबित करता है कि सच्चा चैलेंजर कभी हार नहीं मानता. पूरी देश की नजरें अब LA28 पर टिकी हैं क्या इस बार विनेश का सपना पूरा होगा?


