'मिल्कीपुर उपचुनाव में ऐसा क्या हुआ...', अखिलेश चुनाव आयोग को लेकर कह गए इतनी बड़ी बात, जानें सबकुछ
अखिलेश यादव ने कहा कि मिल्कीपुर में मतदान के दौरान पुलिस-प्रशासन ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया. समाजवादी पार्टी के बूथ एजेंटों को धमकाया गया, तो कई स्थानों पर उन्हें बैठने भी नहीं दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा समर्थित लोगों ने चुनाव को प्रभावित करने के लिए फर्जी वोटिंग करवाई और अराजकता फैलाई.

विधानसभा उपचुनाव में सबसे हॉट सीट मिल्कीपुर में मतदान खत्म हो गया है. मुख्य पार्टियों के उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है.अब नतीजों का इंतजार है. इससे पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा और प्रशासन पर धांधली के गंभीर आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं. संसद जाने से पहले मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा, "भाजपा का यही तरीका है चुनाव जीतने का. चुनाव आयोग निष्क्रिय हो गया है. लोकतंत्र की रक्षा करने वाला तंत्र ही ध्वस्त हो गया है.'
फर्जी वोटिंग और बूथ कैप्चरिंग के आरोप
अखिलेश यादव ने कहा कि मिल्कीपुर में मतदान के दौरान पुलिस-प्रशासन ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया. समाजवादी पार्टी के बूथ एजेंटों को धमकाया गया, तो कई स्थानों पर उन्हें बैठने भी नहीं दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा समर्थित लोगों ने चुनाव को प्रभावित करने के लिए फर्जी वोटिंग करवाई और अराजकता फैलाई.
सपा प्रमुख ने बताया कि बूथ संख्या 158 पर खुद एसडीएम ने चुनाव आयोग से बूथ कैप्चरिंग की शिकायत की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. अखिलेश के मुताबिक, "फर्जी वोटिंग का आलम यह था कि एक व्यक्ति ने छह बार वोट डाल दिया, जिसे समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ने खुद रंगे हाथों पकड़ा."
चुनाव आयोग मर गया है
सपा प्रमुख ने भाजपा सरकार पर लोकतंत्र खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा, "यह उपचुनाव बस एक औपचारिकता बनकर रह गया. प्रशासन खुलेआम भाजपा का साथ दे रहा है और चुनाव आयोग मूकदर्शक बना हुआ है." उन्होंने कहा कि भाजपा को हार का इतना डर था कि उन्होंने निष्पक्ष चुनाव की संभावनाओं को ही खत्म कर दिया. उन्होंने कहा, "यह भाजपा का चुनाव लड़ने का तरीका है. चुनाव आयोग मर गया है, सफेद कपड़ा हमें भेंट करना पड़ेगा."
निष्पक्ष चुनाव की मांग
अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता का भरोसा बनाए रखने के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया बेहद जरूरी है. उन्होंने उम्मीद जताई कि आयोग इस मामले में ठोस कदम उठाएगा.
चंद्रशेखर आजाद ने भी दी प्रतिक्रिया
मिल्कीपुर के मुद्दे पर ही नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भी प्रतिक्रिया दी और बीजेपी को घेरा. उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर में भाजपा ने लोकतंत्र का गला घोंटा है. जिस तरह से सरकारी मशीनरी सत्ता के आगे झुक गई है, वोटों को प्रभावित करने, मतदान में देरी करने, लोगों को धमकाने, वोट न डालने देने का पाप, जो उत्तर प्रदेश सरकार ने किया है, वह अपराध है. सत्ता में रहकर उन्हें लगता है कि वे कभी नहीं जाएंगे लेकिन जिस तरह से वे लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं, आने वाले समय में जनता उन्हें जवाब देगी. इतना सब होने के बाद भी मिल्कीपुर में हो सकता है कि नतीजे भाजपा को सबक सिखा दें.'


