बेअदबी पर सख्त कानून लाएगी पंजाब सरकार, CM मान बोले- अब कोई नहीं बचेगा
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को सुल्तानपुर लोधी में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अब गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.उन्होंने साफ कर दिया कि "मानसिक संतुलन ठीक नहीं है" जैसे बहानों की आड़ में आरोपी अब नहीं बच सकेंगे.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को सुल्तानपुर लोधी में ऐलान किया कि राज्य सरकार गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी से जुड़े मामलों पर अब कोई नरमी नहीं बरतेगी. उन्होंने कहा कि अब ‘मानसिक असंतुलन’ जैसे बहाने पर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. सरकार एक ऐसा कड़ा कानून लेकर आ रही है, जिससे बेअदबी करने वालों को सख्त सज़ा मिले और भविष्य में कोई ऐसी हरकत करने की हिम्मत न कर सके.
मुख्यमंत्री मान ने यह बात सुल्तानपुर लोधी में नदी सफाई और पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम में शिरकत के दौरान कही. उन्होंने संत बलबीर सिंह सीचेवाल के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह समय जल संरक्षण और धार्मिक मर्यादाओं की रक्षा का है. साथ ही उन्होंने राज्यसभा में बेअदबी विरोधी कानून को लेकर भी बड़ा संकेत दिया.
अब नहीं चलेगा बहाना
मुख्यमंत्री मान ने सख्त लहजे में कहा, “गुरु साहिब की बेअदबी की घटनाएं लगातार बढ़ रही थीं. अब ऐसा कानून लाया गया है जिससे ऐसे अपराधियों को कड़ी सजा मिलेगी. एक-दो लोगों को अगर सजा मिल गई तो कोई हिम्मत नहीं करेगा दोबारा ऐसी हरकत करने की.” उन्होंने आगे कहा, “अब ये बहाना नहीं चलेगा कि आरोपी मानसिक रूप से ठीक नहीं था. यह बहाना लगाकर दोषियों को रिहा कर दिया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.”
मुख्यमंत्री मान ने जताया अफसोस
मुख्यमंत्री मान ने अफसोस जताते हुए कहा, “हम गुरु साहिब से अपनी सुरक्षा मांगते हैं, लेकिन आज हमें उनके लिए कानून बनाना पड़ रहा है ताकि उनकी मर्यादा की रक्षा हो सके. ये दुखद स्थिति है लेकिन जरूरत भी है.” उन्होंने कहा कि गुरुग्रंथ साहिब केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि सच्चे मार्गदर्शन का खजाना हैं. “एक अंग की व्याख्या करने में महीनों लग सकते हैं.”
जल संरक्षण को बताया सरकार की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री मान ने इस मौके पर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हो रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि पंजाब में अब 63 प्रतिशत खेती में नहरी पानी इस्तेमाल हो रहा है, जो पहले केवल 21% था. उन्होंने जनता से अपील की कि वे संकल्प लें कि जल बचाएंगे और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे सुरक्षित रखेंगे.
सीचेवाल की कोशिशों की तारीफ
मान ने कहा, “पंजाब जल खेलों के लिए नहीं जाना जाता, लेकिन संत सीचेवाल ने जिस तरह काली वेईं में नौकायन और रोइंग जैसी गतिविधियां शुरू करवाईं, वह प्रेरणादायक है. बच्चों ने राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मेडल जीते हैं. संत सीचेवाल को काम करना आता है, और वह राज्यसभा में जल संरक्षण से जुड़ी समिति के सदस्य हैं. वे सरकार तक आवाज पहुंचा सकते हैं.”


