अनंगपुर गांव को बचाने की लड़ाई में आम आदमी पार्टी कूदी मैदान में, सौरभ भारद्वाज ने की महापंचायत में शिरकत
फरीदाबाद स्थित अनंगपुर गांव की 1300 साल पुरानी विरासत को बचाने के लिए रविवार को एक महापंचायत का आयोजन हुआ. इस महापंचायत में आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ.

हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अनंगपुर गांव की 1300 साल पुरानी विरासत को बचाने के लिए रविवार को एक महापंचायत आयोजित की गई. इसमें आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ. यह प्रतिनिधिमंडल आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर वहां पहुंचा. इसका नेतृत्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने किया. सौरभ ने पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि गांव-देहात एकजुट होकर इस अन्याय के खिलाफ खड़े हों.
गांव की विरासत को मिटाने की साजिश
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अनंगपुर गांव की विरासत को मिटाने की साजिश हो रही है. इसके खिलाफ संघर्ष लंबा होगा, लेकिन यदि सब लोग एकसाथ खड़े हो जाएं, तो सरकार को झुकना ही पड़ेगा. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे किसानों ने तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल तक दिल्ली की सीमाओं पर डटकर आंदोलन किया और आखिरकार सरकार को पीछे हटना पड़ा, वैसे ही इस संघर्ष में भी एकजुटता से जीत संभव है.
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कोर्ट का नाम लेकर जनता को भ्रमित कर रही है, जबकि कोर्ट में सरकार खुद ही गांववालों के खिलाफ गई थी. सरकार के पास नामी वकील होते हैं, जबकि आम ग्रामीण लोग अपनी बात सही ढंग से नहीं रख पाते. ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह गांववालों के पक्ष में खड़ी हो, न कि उनके खिलाफ.
सौरभ का सरकार पर तंज
सौरभ ने यह भी कहा कि जब केंद्र सरकार को अपने फायदे के लिए कोई निर्णय लेना होता है, तो वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलटने के लिए एक हफ्ते में अध्यादेश ला देती है. फिर चाहे वह दिल्ली सरकार को शक्तियां देने का मामला हो या चुनाव आयोग की नियुक्ति से जुड़ा मुद्दा. सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की बात नहीं मानी. ऐसे में सरकार चाहे तो अनंगपुर गांव को बचाने के लिए भी अध्यादेश ला सकती है.
सभा में उन्होंने एक भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि जिस दिन सरकार बुलडोजर लेकर अनंगपुर पहुंचे, एक आवाज लगाइए, 'आप' के विधायक और कार्यकर्ता दिल्ली से गांव में खड़े होंगे. यदि हम सब एकजुट होकर खड़े हो जाएं, तो कोई ताकत हमें नहीं हिला सकती.
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन शामिल था?
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार की इस कार्यवाही से गुर्जर समाज और अन्य ग्रामीण समुदायों के हजारों लोग प्रभावित होंगे. इसलिए यह केवल अनंगपुर की नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की लड़ाई है. प्रतिनिधिमंडल में ब्रह्म सिंह तंवर, महाबल मिश्रा, सहीराम पहलवान, रमेश पहलवान, कृष्ण जाखड़ समेत कई गुर्जर समाज के प्रमुख नेता और पार्षद शामिल थे.
सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर भी अपनी बात साझा करते हुए लिखा कि 1300 साल पुरानी विरासत को बचाने की इस लड़ाई में आम आदमी पार्टी मजबूती से गांववालों के साथ है. उन्होंने विश्वास जताया कि यदि सभी ग्रामीण एकसाथ खड़े रहे, तो बीजेपी सरकार को इस जनविरोधी कदम से पीछे हटना ही होगा.


