तरनतारन उपचुनाव में 'AAP' उम्मीदवार ने दर्ज की जीत, भाजपा-कांग्रेस का बुरा हाल
पंजाब की तरनतारन विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं. इस उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ी जीत दर्ज की है. 'AAP' उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू ने सभी प्रतिद्वंदियों को पीछे छोड़ते हुए लगभग 42 हजार से अधिक वोट हासिल किए.

तरनतारन: पंजाब की तरनतारन विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं. इस उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ी जीत दर्ज की है. 'AAP' उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू ने सभी प्रतिद्वंदियों को पीछे छोड़ते हुए लगभग 42 हजार से अधिक वोट हासिल किए. दूसरे नंबर पर शिरोमणि अकाली दल की प्रत्याशी सुखविंदर कौर रहीं, जिन्हें करीब 30 हजार वोट मिले. 'AAP'उम्मीदवार हरमीत सिंह ने लगभग 12 हजार से अधिक वोटों के अंतर से यह सीट अपने नाम कर ली.
60.95% मतदान हुआ था
इस उपचुनाव में तीसरे स्थान पर अकाली दल-वारिस पंजाब दे के उम्मीदवार मनदीप सिंह खालसा रहे, जिन्हें 19,620 वोट मिले. चौथे स्थान पर कांग्रेस रही, जबकि भारतीय जनता पार्टी पांचवें स्थान पर रही. तरनतारन विधानसभा सीट पर 'AAP' विधायक कश्मीर सिंह सोहेल का निधन होने के बाद उपचुनाव हुए हैं. उपचुनाव में कुल मिलाकर लगभग 60.95% मतदान हुआ, जो दर्शाता है कि लोगों ने चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
'जनता को काम की राजनीति पसंद है'
तरनतारन उपचुनाव में मिली जीत के बाद दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि तरन-तारन उपचुनाव में मिली इस ऐतिहासिक जीत ने साफ कर दिया है कि पंजाब की जनता को काम की राजनीति और भगवंत मान जी का ईमानदार नेतृत्व ही पसंद है. पंजाब ने एक बार फिर AAP पर अपना भरोसा जताया है. ये जीत जनता की जीत है, मेहनत करने वाले हर कार्यकर्ता की जीत है. पंजाब की जनता और सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई.
तरन-तारन उपचुनाव में मिली इस ऐतिहासिक जीत ने साफ़ कर दिया है कि पंजाब की जनता को काम की राजनीति और भगवंत मान जी का ईमानदार नेतृत्व ही पसंद है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 14, 2025
पंजाब ने एक बार फिर AAP पर अपना भरोसा जताया है। ये जीत जनता की जीत है, मेहनत करने वाले हर कार्यकर्ता की जीत है।
पंजाब की जनता और सभी…
पंजाब में 'AAP' का जनाधार मजबूत हुआ
तरनतारन उपचुनाव का नतीजा यह संकेत भी देता है कि पंजाब में अभी भी आम आदमी पार्टी का जनाधार मजबूत है और लोग विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली-पानी जैसे मुद्दों को प्राथमिकता दे रहे हैं. इस जीत ने राज्य की राजनीति में 'AAP' की पकड़ को और मजबूत किया है.


