उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, अग्रिम चौकियों का किया दौरा, सामुदायिक रेडियो स्टेशन का किया उद्घाटन
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने उत्तराखंड की अग्रिम चौकियों का दौरा कर सैनिकों की तत्परता की सराहना की और ज्योतिर्मठ में 'आइबेक्स तराना 88.4 FM' सामुदायिक रेडियो स्टेशन का उद्घाटन किया. उन्होंने पूर्व सैनिकों को सम्मानित करते हुए स्थानीय संस्कृति और संवाद को बढ़ावा देने पर बल दिया.

सेना प्रमुख (COAS) जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रविवार 8 जून उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित अग्रिम सैन्य चौकियों का दौरा किया. इस दौरे का उद्देश्य वहां तैनात सैनिकों की परिचालन और प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा करना था. सीमांत इलाकों में डटे जवानों से बातचीत करते हुए सेना प्रमुख ने उनके दृढ़ संकल्प, अनुशासन और व्यावसायिक प्रतिबद्धता की सराहना की. उन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा में उनकी भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए उन्हें प्रेरित किया.
सतर्कता और तैयारियों पर बल
जनरल द्विवेदी ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि सीमाओं पर निरंतर सतर्कता और उच्च परिचालन मानक बनाए रखना सुरक्षा के लिए अनिवार्य है. उन्होंने कहा कि दुर्गम परिस्थितियों और कठिन मौसम के बावजूद सैनिकों की तत्परता देश को सुरक्षित बनाए रखने में सहायक है.
‘आइबेक्स तराना 88.4 एफएम’ का उद्घाटन
अपने दौरे के दौरान सेना प्रमुख ने उत्तराखंड के ज्योतिर्मठ में प्रथम सामुदायिक रेडियो स्टेशन 'आइबेक्स तराना 88.4 एफएम' का भी शुभारंभ किया. यह रेडियो स्टेशन न केवल सूचनाओं के आदान-प्रदान का माध्यम बनेगा, बल्कि स्थानीय समुदाय की आवाज और संस्कृति को संजोने का मंच भी होगा.
स्थानीय समुदाय के लिए संवाद का सेतु
इस रेडियो स्टेशन से शिक्षा, पर्यावरण जागरूकता, मौसम की जानकारी, रोजगार, पर्यटन, स्वास्थ्य सेवाओं और परंपरागत कलाओं पर केंद्रित कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाएगा. उद्घाटन के मौके पर जनरल द्विवेदी ने कहा, "आइबेक्स तराना सिर्फ एक रेडियो स्टेशन नहीं है, यह युवाओं की आवाज़ को बुलंद करने और सांस्कृतिक पहचान को पुनर्जीवित करने का माध्यम है." उन्होंने इसे एक सशक्त सामुदायिक संचार उपकरण बताया जो क्षेत्र की सामाजिक संरचना को और मजबूत करेगा.
समाजसेवियों और पूर्व सैनिकों का सम्मान
इस विशेष अवसर पर, सेना प्रमुख ने समाज के प्रति असाधारण योगदान देने वाले पूर्व सैनिकों को ‘वेटरन्स अचीवमेंट अवार्ड’ से सम्मानित किया. यह सम्मान उन लोगों को दिया गया जिन्होंने राष्ट्र निर्माण, सामाजिक विकास और जनकल्याण में अहम भूमिका निभाई है.
सांस्कृतिक धरोहर और सैन्य सेवा का संगम
‘आइबेक्स तराना’ का उद्घाटन न केवल सैन्य दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह स्थानीय लोगों के लिए संस्कृति, संवाद और सहयोग का नया अध्याय भी है. इस पहल से न केवल सैनिकों और नागरिकों के बीच की दूरी कम होगी, बल्कि यह उत्तराखंड जैसे सीमांत क्षेत्रों को सूचना और शिक्षा से सशक्त करने की दिशा में एक बड़ी पहल है.


