चलती कार में दरिंदगी: उदयपुर गैंगरेप कांड में IT मैनेजर की आपबीती ने झकझोरा
उदयपुर में सामने आए चलती कार में गैंगरेप के सनसनीखेज मामले ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. एक आईटी कंपनी की मैनेजर की आपबीती ने न सिर्फ कॉरपोरेट माहौल की काली सच्चाई उजागर की है, बल्कि भरोसे और सत्ता के दुरुपयोग की भयावह तस्वीर भी सामने रखी है.

उदयपुर: उदयपुर से सामने आए गैंगरेप के इस सनसनीखेज मामले ने कॉरपोरेट जगत और समाज, दोनों को झकझोर कर रख दिया है. एक आईटी कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत महिला ने अपनी शिकायत में जो आपबीती बताई है, वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है. पीड़िता के अनुसार, जब सुबह उसे हल्का-हल्का होश आया, तो उसने खुद को दर्द और चोटों से घिरा पाया.
उसकी नजर सबसे पहले अपने कपड़ों पर गई. एक कान की ईयररिंग गायब थी, मोजे और अंडरगारमेंट तक नहीं थे और शरीर के निजी हिस्सों पर चोट के निशान साफ दिख रहे थे. इसी शिकायत के आधार पर पुलिस ने कंपनी के सीईओ, एक महिला एग्जीक्यूटिव हेड और उसके पति को चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया है.
कैसे शुरू हुआ पूरा घटनाक्रम
पीड़िता के मुताबिक, 20 दिसंबर को कंपनी के सीईओ की बर्थडे और न्यू ईयर पार्टी शोभागपुरा स्थित एक होटल में आयोजित की गई थी. वह रात करीब 9 बजे पार्टी में पहुंची. कार्यक्रम देर रात तक चला और करीब 1:30 बजे पार्टी समाप्त हुई. इसी दौरान उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और वह घर जाना चाहती थी.
इसी बीच कंपनी की महिला एग्जीक्यूटिव हेड ने 'आफ्टर पार्टी' का प्रस्ताव रखा. इसके बाद पीड़िता को कार में बैठाया गया, जिसमें पहले से महिला एग्जीक्यूटिव हेड का पति और कंपनी का सीईओ मौजूद थे. उसे भरोसा दिलाया गया कि उसे सुरक्षित घर छोड़ दिया जाएगा.
कार में बिगड़ती हालत और बेहोशी
रास्ते में कार एक दुकान पर रुकी, जहां से स्मोकिंग से जुड़ा सामान लिया गया. इसके बाद कार के अंदर ही पीड़िता को स्मोक कराया गया. कुछ ही देर में उसकी हालत बिगड़ने लगी और वह सामान्य स्थिति में नहीं रही. पीड़िता का कहना है कि इसके बाद की घटनाएं उसे स्पष्ट रूप से याद नहीं हैं.
होश आया तो सामने आई खौफनाक सच्चाई
जब उसे कुछ होश आया, तो उसने महसूस किया कि उसके साथ छेड़छाड़ की जा रही है. उसने विरोध किया और रुकने को कहा, लेकिन उसकी बात अनसुनी कर दी गई. आरोप है कि कार में मौजूद तीनों लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया. यह सिलसिला रात करीब 1:45 बजे से सुबह 5 बजे के बीच चला. सुबह उसे उसके घर के पास छोड़ दिया गया.
डैशकैम बना अहम सबूत
घटना के बाद पीड़िता ने याद करने की कोशिश की और उसे ध्यान आया कि कार में डैशकैम लगा था. उसने डैशकैम के ऑडियो-वीडियो रिकॉर्ड खंगाले, जिनमें बातचीत और आवाजें दर्ज थीं. इन्हीं रिकॉर्डिंग्स ने उसके शक को पुख्ता किया और जांच की दिशा तय की.
पुलिस जांच और गिरफ्तारियां
पीड़िता की शिकायत पर उदयपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया. जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के अनुसार, पीड़िता के बयान, मेडिकल रिपोर्ट और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच शुरू की गई. मेडिकल जांच में शरीर पर चोटों की पुष्टि हुई, जिससे प्रथम दृष्टया गैंगरेप की आशंका सामने आई.
पुलिस ने आईटी कंपनी के सीईओ जयेश, सह-आरोपी गौरव और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है. एसपी योगेश गोयल ने बताया कि डैशकैम का ऑडियो जांच का अहम हिस्सा है और सभी पहलुओं की निष्पक्ष जांच की जा रही है.
कौन हैं आरोपी
गिरफ्तार आरोपियों में जयेश प्रकाश सिसोदिया, गौरव सिरोही और कंपनी की महिला एग्जीक्यूटिव हेड शामिल हैं. पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और जरूरत पड़ने पर अन्य लोगों से भी पूछताछ की जाएगी.


