प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी पर योगी का ऐलान: सनातन की पताका यूं ही लहराती रहेगी
अयोध्या के राम मंदिर परिसर में प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सनातन धर्म की सर्वोच्चता का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि अयोध्या के खिलाफ षड्यंत्र रचे गए, लेकिन सनातन की शक्ति के आगे वे कभी सफल नहीं हो सके.

अयोध्या: राम मंदिर परिसर में प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सनातन धर्म की महत्ता और अयोध्या के ऐतिहासिक संघर्षों पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि "सनातन धर्म से ऊपर कोई नहीं है" और यह संदेश आज अयोध्या से पूरी दुनिया तक जा रहा है.
सीएम योगी ने अपने संबोधन में अयोध्या के अतीत, वर्तमान और भविष्य को जोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीते वर्षों में हुए ऐतिहासिक निर्णयों और आयोजनों का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि अयोध्या ने संघर्ष भी देखा है और विजय का उत्सव भी, लेकिन सनातन की ध्वजा सदैव अडिग रही है.
प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी पर सीएम योगी का संबोधन
राम मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ लोगों ने अयोध्या के खिलाफ षड्यंत्र रचे, लेकिन वे कभी सफल नहीं हो सके. उन्होंने दो टूक कहा, “सनातन से ऊपर कोई नहीं है.” उनके अनुसार, अयोध्या केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि सनातन चेतना का केंद्र है.
तीन ऐतिहासिक तारीखों का किया उल्लेख
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीते 11 वर्षों की तीन अहम तारीखों को याद किया. उन्होंने कहा,"पिछले 11 वर्षों में पीएम मोदी के यशस्वी नेतृत्व में उन तीन अहम घटनाओं को विस्मृत नहीं किया जा सकता. याद करिए 5 अगस्त 2020 जब देश का कोई पीएम स्वयं अयोध्या धाम पधारे और 500 वर्षों के कलंक को समाप्त करते हुए अपने करकमलों से राम जन्मभूमि के कार्यक्रम को संपन्न किया था."
उन्होंने आगे कहा,"दूसरी तारीख 22 जनवरी 2024 को पीएम मोदी स्वयं अयोध्या पधारे और श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को अपने कर कमलों से संपन्न किया."
'सनातन से ऊपर कोई नहीं'
मुख्यमंत्री ने तीसरी तारीख का उल्लेख करते हुए कहा,"तीसरा जब अभी 25 नवंबर को विवाह पंचमी के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री स्वयं आए और राम मंदिर के मुख्य शिखर पर उन्होंने सनातन धर्म की ध्वजा को प्रतिष्ठित करके सनातन से ऊपर कोई नहीं का संदेश दिया. सनातन की पताका यूं ही लहराती रहेगी, यह संदेश पूरी दुनिया को दिया."
अयोध्या के संघर्ष और सुरक्षा पर योगी का बयान
सीएम योगी ने अयोध्या के अतीत का जिक्र करते हुए पिछली सरकारों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा,"अयोध्या ने जो संघर्ष देखा था.. पिछली सरकार ने अयोध्या को लहूलुहान करने का काम किया था. जिनके शासन में आतंकी हमले कर अयोध्या को लहूलुहान करने का प्रयास हुआ था."
उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या प्रभु श्रीराम और बजरंगबली की कृपा से सुरक्षित है.लेकिन प्रभु की कृपा और बजरंग बली जहां की रक्षा स्वयं कर रहे हों वहां तो भूत पिशाच निकट नहीं आवे.. महावीर जब नाम सुनावे.. यहां तो हनुमान जी स्वयं विराजमान हैं.. फिर कोई आतंकी यहां कैसे प्रवेश कर जाता."
सनातन चेतना का केंद्र अयोध्या
सीएम योगी के अनुसार, अयोध्या आज सनातन संस्कृति की जीवंत पहचान बन चुकी है. राम मंदिर केवल आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि राष्ट्रीय चेतना और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का केंद्र है. उन्होंने कहा कि अयोध्या से उठने वाला यह संदेश आने वाली पीढ़ियों को सनातन मूल्यों से जोड़ता रहेगा.


