सीएम योगी का बहनों को राखी का तोहफा, तीन दिनों तक रक्षाबंधन पर महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा का ऐलान
उत्तर प्रदेश सरकार ने रक्षाबंधन पर महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सौगात दी है. 8 से 10 अगस्त तक यह सेवा उपलब्ध रहेगी. योगी सरकार ने स्वतंत्रता दिवस व जन्माष्टमी की तैयारियां भी तेज की हैं. साथ ही, बाढ़ प्रभावित 17 जिलों में राहत कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है, जिसमें मंत्री खुद निगरानी कर रहे हैं.

उत्तर प्रदेश सरकार ने इस वर्ष भी रक्षाबंधन के अवसर पर महिलाओं को तोहफा दिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने घोषणा की है कि महिलाएं 8 अगस्त सुबह 6 बजे से 10 अगस्त रात 12 बजे तक राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) और शहरी बस सेवाओं में नि:शुल्क यात्रा कर सकेंगी. यह निर्णय रविवार को हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया.
सुगम यात्रा के लिए व्यापक इंतजाम
मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि त्योहार के दौरान ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बसों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि कोई भी महिला बिना परेशानी अपने गंतव्य तक पहुंच सके. यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल को सतर्क रहने और ट्रैफिक जाम से बचने के लिए रणनीति अपनाने को कहा गया है. साथ ही, प्रमुख मार्गों और हाईवे पर गश्त बढ़ाने के आदेश भी दिए गए हैं.
8 से 10 अगस्त तक चलेगी सेवा
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह नि:शुल्क बस सेवा 8 अगस्त सुबह 6 बजे से 10 अगस्त मध्यरात्रि तक संचालित होगी. इस दौरान राज्य के हर कोने से जुड़ने वाली बसें महिलाओं को रक्षाबंधन के पर्व पर सुविधा देने के लिए तैयार रहेंगी. बस अड्डों पर भीड़ प्रबंधन और यात्रियों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं.
स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी को लेकर दिशा-निर्देश
बैठक में अन्य आने वाले त्योहारों और राष्ट्रीय पर्वों की तैयारियों की भी समीक्षा की गई. 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के उपलक्ष्य में तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी. 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर सभी शैक्षणिक, सरकारी व निजी संस्थानों में ध्वजारोहण और राष्ट्रगान अनिवार्य किया गया है. वहीं, 16 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी के आयोजन के लिए सुरक्षा और स्वच्छता के विशेष इंतजाम करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए. योगी सरकार ने इस वर्ष प्रदेशभर में 4 करोड़ 60 लाख तिरंगे फहराने का लक्ष्य भी रखा है, जिससे जनमानस में देशभक्ति की भावना और मजबूत की जा सके.
बाढ़ प्रभावित जिलों के लिए राहत कार्य तेज
मुख्यमंत्री ने बैठक में प्रदेश के 17 बाढ़ प्रभावित जिलों की स्थिति की समीक्षा भी की. उन्होंने कहा कि राहत कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी. सभी कंट्रोल रूम को 24 घंटे सक्रिय रहने और ज़रूरतमंदों तक भोजन व राहत सामग्री समय पर पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं.
जमीन पर उतरकर काम कर रहे हैं मंत्री
मुख्यमंत्री के निर्देश पर मंत्रीगण स्वयं राहत और बचाव कार्यों का जायज़ा लेने प्रभावित ज़िलों में पहुँच रहे हैं. वे पीड़ितों से संवाद कर रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर ज़रूरतमंद को सहायता मिले.
अब तक 343 मकान क्षतिग्रस्त, 327 परिवारों को मुआवज़ा, और 4,015 हेक्टेयर भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई है. 493 नावों और मोटरबोटों से राहत सामग्री लगातार पहुंचाई जा रही है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी के जवान ज़मीनी स्तर पर राहत कार्यों में जुटे हुए हैं.


