बेंगलुरु में सिलेंडर ब्लास्ट से मचा हड़कंप, 10 साल के बच्चे की मौत... धमाके में 8 से 10 घर ढहे
बेंगलुरु के चिन्नायनपाल्या इलाके में शुक्रवार सुबह सिलेंडर विस्फोट की एक दर्दनाक घटना हुई, जिसमें 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई और 12 लोग घायल हो गए. विस्फोट इतना तीव्र था कि आसपास के 8-10 मकान ढह गए. घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है और राहत कार्य जारी है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मौके का निरीक्षण किया और घटना की जांच के आदेश दिए हैं.

Bangalore Gas Cylinder Blast : बेंगलुरु के विल्सन गार्डन इलाके के चिन्नायनपाल्या में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब एक रिहायशी घर में गैस सिलेंडर फट गया. इस हादसे में 10 साल के एक मासूम बच्चे की जान चली गई, जबकि 12 अन्य लोग घायल हो गए हैं. हादसा उस समय हुआ जब लोग अपने रोजमर्रा के कामों में व्यस्त थे. घनी आबादी वाले इस इलाके में हुए धमाके के बाद लोग डर और दहशत में आ गए.
मौके पर पहुंची अग्निशमन विभाग
CM ने किया घटनास्थल का दौरा
वहीं, इस दर्दनाक हादसे के बाद कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया स्वंय घटनास्थल का जायजा लेने के लिए पहुंचे.उन्होंने पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की. इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन को हर संभव मदद देने के निर्देश भी दिए. वहीं, जब सीएम इस घटना का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे थे तब उनके साथ स्थानीय अधिकारी और राहत एजेंसियों के प्रमुख भी मौजूद थे.सरकार की ओर से हादसे की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं.
किराए पर रह रहा था पीड़ित परिवार
जिस घर में सिलेंडर फटा, वह एक मजदूर का है जो अपनी पत्नी और बेटे के साथ किराए पर रह रहा था. घटना के समय वह मजदूर रोज़ाना की तरह काम पर जा चुका था. घर पर उसकी पत्नी और बच्चा मौजूद थे जो धमाके में घायल हो गए. दुखद रूप से, जिस बच्चे की मौत हुई वह उसी घर के पास रहने वाले एक पड़ोसी परिवार से था, जो धमाके की चपेट में आ गया.
पुलिस ने शुरू की जांच, सुबह मिली थी सूचना
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त सीमांत कुमार सिंह के अनुसार, पुलिस को इस हादसे की जानकारी सुबह करीब साढ़े आठ बजे मिली. इसके तुरंत बाद संबंधित टीमें मौके पर पहुंच गईं और राहत कार्यों के साथ-साथ जांच भी शुरू कर दी गई है. घटनास्थल को पूरी तरह से सील कर दिया गया है और सिलेंडर फटने के कारणों की बारीकी से जांच की जा रही है.
सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से रिहायशी इलाकों में सुरक्षा इंतज़ामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. सिलेंडर ब्लास्ट जैसी घटनाएं कई बार लापरवाही का नतीजा होती हैं और इसका खामियाज़ा आम नागरिकों को भुगतना पड़ता है. फिलहाल राहत कार्य जारी है, लेकिन प्रशासन पर अब यह दबाव है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं.


