जरा देर की बारिश में दिल्ली पानी-पानी, भाजपा के राज में रोज की यही कहानी... आप का BJP पर तंज
दिल्ली में मंगलवार को हुई कुछ मिनट की बारिश ने भाजपा शासित नगर निगम और चार इंजन वाली सरकार की तैयारियों की पोल खोल दी. कनॉट प्लेस से लेकर आईटीओ तक जलभराव और ट्रैफिक जाम से लोग परेशान हुए. आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सोशल मीडिया पर जलभराव की तस्वीरें साझा कर भाजपा सरकार पर निशाना साधा. आरोप लगाया कि सिर्फ प्रचार हो रहा है, जबकि ज़मीनी काम नदारद है.

मंगलवार को दिल्ली में हुई कुछ ही मिनटों की बारिश ने एक बार फिर राजधानी की जल निकासी व्यवस्था की पोल खोल दी. शहर के प्रमुख इलाकों से लेकर गलियों तक पानी भर गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ और आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. कनॉट प्लेस जैसे वीआईपी इलाके की सड़कों पर भी जलभराव देखा गया.
केजरीवाल का भाजपा पर कटाक्ष
‘आप’ नेताओं ने साझा की जलभराव की सच्चाई
दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने राजधानी के विभिन्न हिस्सों की जलभराव से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कीं. सौरभ ने आईटीओ और जनपथ रोड के हालात दिखाते हुए कहा कि जहां-जहां बीजेपी नेता रहते हैं, वहां भी सड़कें डूबी हैं. उन्होंने मिंटो ब्रिज को लेकर व्यंग्य करते हुए कहा कि इसे अलग राज्य घोषित कर भाजपा नेता वहां के मंत्री बन जाएं.
भाजपा सरकार पर झूठे दावों का आरोप
सौरभ भारद्वाज ने पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो जलभराव की समस्या के हल का दावा कर रहे थे, वे अब कहां हैं? उन्होंने यह भी पूछा कि जिन 400 सस्पेंशन लेटर की बात कही गई थी, उनमें से किसी का अमल क्यों नहीं हुआ.
एलजी और मुख्यमंत्री पर भी निशाना
सिविल लाइंस में दीवार गिरने से दो लोगों की मौत और कई के घायल होने की घटना पर भी आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की चुप्पी पर सवाल उठाए. पार्टी ने आरोप लगाया कि जब तक कैमरे थे, तब तक एलजी सड़कों पर थे, अब जब हादसा उनके आवास के सामने हुआ, तब न कोई ट्वीट आया, न कोई चिट्ठी.
दिल्ली के प्रमुख इलाकों में भारी जलभराव
नेता आतिशी ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों — पंचकुइया रोड, चांदनी चौक, भजनपुरा, मोती बाग, दिल्ली गेट, पटेल नगर और एनडीएमसी क्षेत्र — से जलभराव की तस्वीरें साझा करते हुए कहा कि यह सरकार की विफलता का स्पष्ट प्रमाण है. उन्होंने पूछा कि पीडब्ल्यूडी मंत्री और मुख्यमंत्री इस समय कहां हैं, जब जनता सड़क पर परेशान है.
दिल्ली में मामूली बारिश से जलभराव की समस्या ने न केवल प्रशासन की विफलता उजागर की है, बल्कि सत्तारूढ़ दलों के बीच राजनीतिक टकराव को भी हवा दी है. आम आदमी पार्टी ने इसे जनहित का मुद्दा बनाते हुए बीजेपी की चार इंजन सरकार को घेरने का प्रयास किया है, जबकि जनता एक बार फिर उम्मीद कर रही है कि समाधान सिर्फ शब्दों में नहीं, ज़मीन पर भी दिखे.


