गोली लगने से नहीं इस वजह से हुई थी दुलारचंद यादव की मौत...पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
बिहार के मोकामा में जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की मौत हुई, जो प्रचार के दौरान दूसरे गुट के समर्थकों से झड़प में गंभीर रूप से घायल हुए थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि उनकी मौत गोली लगने से नहीं बल्कि इस वजह से हुई थी.

बिहार : मोकामा क्षेत्र में जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी प्रियदर्शी पीयूष के साथ प्रचार कर रहे दुलारचंद यादव की दुखद और हिंसक मौत ने इलाके में सनसनी मचा दी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ हुआ है कि उनकी मौत गोली लगने से नहीं, बल्कि कुचलने से हुई. रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि दुलारचंद के शरीर पर गंभीर चोटें थीं, उनकी पसलियां टूटी हुईं, हार्ट अटैक और फेफड़ा फटना जैसी चोटें भी पाई गईं. इससे यह साफ हो गया है कि उनकी मृत्यु की वजह सीधे तौर पर शारीरिक हिंसा रही, लेकिन अब भी सवाल यह है कि उन्हें गाड़ी से कुचला गया या किसी ने पैरों से हमला किया.
10 बजे प्रचार के लिए निकले थे दुलारचंद यादव

समर्थकों और ग्रामीणों ने शव उठाने से किया इनकार
1:30 से 4:00 बजे तक ग्रामीण और समर्थक शव उठाने से इनकार करते रहे. अंततः शाम 4:30 बजे पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंचे. घटना स्थल से गोलियों के खोखे, लाठी-डंडे और वाहन के टायर निशान बरामद किए गए. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और FIR दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू हुई.
पुलिस कार्रवाई और जांच
पटना ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग के अनुसार, हाल ही में पत्थरबाजी और हमले के मामले में तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं. पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव परिवार को सौंप दिया गया. इस मामले में अनंत सिंह को आरोपी बनाया गया है. वहीं अनंत सिंह ने सूरजभान सिंह पर साजिश का आरोप लगाया है.
फिलहाल पुलिस घटना की विस्तृत जांच कर रही है, और जल्द ही यह स्पष्ट हो जाएगा कि दुलारचंद यादव की हत्या में कौन जिम्मेदार था. यह घटना न केवल मोकामा बल्कि पूरे इलाके में राजनीतिक और सामाजिक संदेह और चिंता पैदा कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और साक्ष्यों के आधार पर आगे की जांच से ही हत्याकांड की सच्चाई सामने आएगी.


