भूपेश बघेल के आवास पर ईडी की छापेमारी, बेटे चैतन्य बघेल से जुड़ा शराब घोटाला
ईडी ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई आवास पर उनके बेटे चैतन्य बघेल से जुड़े 2,161 करोड़ के शराब घोटाले के मामले में छापा मारा. यह कार्रवाई विधानसभा सत्र के अंतिम दिन हुई.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार सुबह कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास पर छापेमारी की. यह कार्रवाई उनके बेटे चैतन्य बघेल से जुड़े अनुमानित 2,161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले के सिलसिले में की गई. अधिकारियों के अनुसार, ईडी की टीम सीआरपीएफ के जवानों के साथ सुबह करीब 6:30 बजे तीन गाड़ियों में पहुंची और तलाशी शुरू की. यह छापेमारी छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग में बड़े पैमाने पर हुई वित्तीय अनियमितताओं की जांच के तहत की गई.
विधानसभा सत्र के अंतिम दिन छापा
विधानसभा सत्र के चलते आमतौर पर रायपुर में रहने वाले भूपेश बघेल इस समय भिलाई स्थित अपने आवास में मौजूद थे. उन्होंने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि, ईडी आ गई. उन्होंने यह भी बताया कि यह छापा विधानसभा सत्र के अंतिम दिन डाला गया, जिस दिन वे अडानी और महाजेनको कोयला खदानों में पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठाने वाले थे.
पहले भी रडार पर आ चुके हैं चैतन्य बघेल
यह पहली बार नहीं है जब चैतन्य बघेल ईडी के रडार पर आए हों. मार्च 2024 में भी ईडी ने उनके कई ठिकानों पर छापा मारा था और 30 लाख रुपये नकद, दस्तावेज़ और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ जब्त किए थे. ईडी का आरोप है कि चैतन्य को आबकारी घोटाले से जुड़े अपराधी तरीकों से धन प्राप्त हुआ था. इस घोटाले में कई वरिष्ठ अधिकारी, राजनेता और आबकारी विभाग से जुड़े लोग शामिल बताए जा रहे हैं, जिन्होंने एक समानांतर शराब वितरण प्रणाली चलाई थी.
ईडी ने यह भी बताया कि इस नेटवर्क ने नकली होलोग्राम और बोतलों का इस्तेमाल कर सरकारी दुकानों से बेहिसाब शराब बेची, जिससे राज्य को भारी राजस्व नुकसान हुआ. इसके साथ ही चैतन्य बघेल के करीबी माने जाने वाले पप्पू बंसल के ठिकानों की भी तलाशी ली गई.


