स्कूल फीस बिल पर सदन में तीखी बहस, आतिशी बोली- बिल में नहीं है ऑडिट का कोई जिक्र
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने भाजपा द्वारा प्रस्तावित स्कूल फीस बिल की पोल खोली है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि यह बिल प्राइवेट स्कूलों को फीस बढ़ाने का कानूनी अधिकार देने के लिए बनाया गया है. भाजपा विधायक राजकुमार भाटिया ने खुद कहा कि इसका उद्देश्य स्कूलों को फायदेमंद बनाना है.

दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र में मंगलवार को आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा पेश किया गया स्कूल फीस बिल सिर्फ प्राइवेट स्कूलों को फायदा पहुंचाने और फीस बढ़ाने को वैधता देने के लिए लाया गया है. आतिशी ने सदन में कहा कि इस बिल से पेरेंट्स को शिकायत करने का अधिकार भी छीन लिया गया है.
भाटिया का बयान बना विपक्ष का हथियार
ऑडिट का जिक्र तक नहीं
संशोधनों पर वोटिंग से होगा सच उजागर
आम आदमी पार्टी ने इस बिल में कई संशोधन प्रस्तावित किए हैं, जिनमें पेरेंट्स की भूमिका को मजबूत करने और पारदर्शिता लाने की मांग की गई है. आतिशी ने कहा कि बुधवार को इन संशोधनों पर वोटिंग से साफ हो जाएगा कि भाजपा स्कूल मालिकों के पक्ष में है या पेरेंट्स के.
सदन में समय की बर्बादी का आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार सदन में झुग्गियों, स्कूलों और अस्पतालों जैसे असल मुद्दों पर चर्चा नहीं कर रही, बल्कि “फांसीघर” जैसे विषयों पर समय बर्बाद कर रही है. उन्होंने कहा कि हर घंटे का खर्च लाखों में होता है, जो जनता के टैक्स से आता है.
मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर कसा तंज
AAP के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने भी राजकुमार भाटिया के बयान का हवाला देते हुए भाजपा को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने शिक्षा को काले धंधे में बदल दिया है, जहां मध्यम वर्ग की जेबों पर डाका डाला जा रहा है और नेताओं तथा शिक्षा माफिया को फायदा पहुँचाया जा रहा है.


