AK-47 के साथ झारखंड का हिस्ट्रीशीटर मुठभेड़ में ढेर, STF की बड़ी कार्रवाई
Jharkhand News: उत्तर प्रदेश में बुधवार का दिन अपराधियों के लिए काल साबित हुआ. राज्य की पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने बेहद गोपनीय और तेज़ कार्रवाई करते हुए महज तीन घंटे में तीन खतरनाक अपराधियों को मुठभेड़ों में ढेर कर दिया. इन एनकाउंटरों में शामिल अपराधियों में दो वह शूटर थे, जो चर्चित पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की हत्या में वांछित थे, जबकि तीसरा झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह था.

Jharkhand News: उत्तर प्रदेश पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने बुधवार को जबरदस्त कार्रवाई करते हुए महज तीन घंटे के भीतर तीन कुख्यात अपराधियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया. इनमें सीतापुर के चर्चित पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड के दो वांछित शूटर और झारखंड का कुख्यात अपराधी शामिल हैं. पुलिस ने इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता बताया है.
सीतापुर और प्रयागराज में हुई मुठभेड़ों में अपराधियों के पास से एके-47 राइफल, 9 एमएम पिस्तौल, भारी मात्रा में कारतूस और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है. एनकाउंटर में शामिल STF और पुलिस की टीमों के अधिकारी फिलहाल घटनास्थल पर तैनात हैं और पूरे ऑपरेशन को बेहद गोपनीय ढंग से अंजाम दिया गया.
प्रयागराज में पहला एनकाउंटर
एसटीएफ प्रयागराज इकाई को खुफिया इनपुट मिला कि झारखंड के धनबाद जिले का रहने वाला कुख्यात अपराधी आशीष रंजन उर्फ 'छोटू सिंह' अपने साथी के साथ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के इरादे से प्रयागराज की ओर बढ़ रहा है. सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम शिवराजपुर चौराहे के पास घात लगाकर बैठी थी. जैसे ही आरोपी वहां पहुंचा, टीम ने उसे ललकारा.
इसके जवाब में आशीष रंजन ने AK-47 और 9 एमएम पिस्तौल से पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. एसटीएफ के जवान जेपी राय, प्रभंजन और रोहित बाल-बाल बचे. जवाबी फायरिंग में रंजन गंभीर रूप से घायल हुआ और अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया. घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोलियां बरामद की गई हैं.
सीतापुर में दूसरा एनकाउंटर
सीतापुर जिले के पिसावां थाना क्षेत्र में पुलिस और शूटरों के बीच मुठभेड़ हुई. यह मुठभेड़ हरदोई-सीतापुर सीमा पर हुई, जिसमें पुलिस ने पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की हत्या में शामिल दो शूटरों को मार गिराया. दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था. गौरतलब है कि 8 मार्च को सीतापुर के हेमपुर ओवरब्रिज पर पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में दो आरोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है, जबकि दोनों शूटर फरार चल रहे थे. पुलिस की टीम लगातार उनकी तलाश में लगी हुई थी, जो अब इस मुठभेड़ में खत्म हुई.
बरामद हथियार और आगे की कार्रवाई
पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में बरामद हुए हथियारों में एक एके-47, 9 एमएम पिस्तौल, भारी मात्रा में कारतूस और अपराधियों की मोटरसाइकिल शामिल है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, “ये कार्रवाई अपराधियों को स्पष्ट संदेश देती है कि उत्तर प्रदेश में कानून से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.'
पुलिस अधिकारियों का बयान
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एसटीएफ और पुलिस की समन्वित कार्रवाई से हम इन कुख्यात अपराधियों तक पहुंचे. यह ऑपरेशन राज्य में अपराधियों को सीधा संदेश देता है कि वे बच नहीं सकते.'


