Kolkata Law College :एग्जॉस्ट फैन के छेद से बनाए अश्लील वीडियो, पीड़िता को घसीटते... लॉ कॉलेज गैंगरेप केस की चार्जशीट में हुआ बड़ा खुलासा
कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस में दाखिल 650 पन्नों की चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा ने पीड़िता के अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया. मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई है और डीएनए रिपोर्ट भी मेल खाई है. चार आरोपियों पर केस दर्ज है, जिसमें एक सुरक्षा गार्ड भी शामिल है. आरोपियों के मोबाइल से वीडियो, वॉइस सैंपल और लोकेशन सबूत के तौर पर मिले हैं.

Kolkata Law College Rape Case : कोलकाता के साउथ लॉ कॉलेज में पहली वर्ष की छात्रा से गैंगरेप मामले में दाखिल की गई 650 पन्नों की चार्जशीट में कई गंभीर और चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. जांच के अनुसार, मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा ने पीड़िता के कई अश्लील वीडियो बनाए थे, जिनका इस्तेमाल वह उसे ब्लैकमेल करने के लिए कर रहा था.
रिपोर्ट से हुई बलात्कार की पुष्टि, DNA मिला मेल
कॉलेज कैंपस में ही हुआ था गैंगरेप
आपको बता दें कि यह घटना 25 जून को साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज के कैंपस में घटी थी, जहां मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा, जो कि कॉलेज का पूर्व छात्र है, के साथ जैब अहमद और प्रामित मुखर्जी ने मिलकर गैंगरेप को अंजाम दिया. आरोपियों ने पीड़िता को जबरन खींचा, उसे बंधक बनाया और उसके साथ क्रूरता की. पुलिस को घटना का CCTV फुटेज भी मिला है, जिसमें आरोपी पीड़िता को घसीटते और जबरदस्ती अंदर ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं.
पंखे की दीवार से बनाते थे अश्लील वीडियो
चार्जशीट में बताया गया है कि आरोपियों ने वॉशरूम या कमरे की दीवार में लगे एक निकास पंखे (exhaust fan) के छेद से वीडियो रिकॉर्ड किए. ये वीडियो बाद में आरोपियों के मोबाइल से बरामद हुए. वीडियो में आरोपियों की आवाज भी साफ सुनाई देती है और वॉयस सैंपल से उनकी पहचान भी सुनिश्चित हो गई है.
4 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट, गार्ड भी शामिल
इस मामले में चार लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है – मुख्य तीन आरोपी (मनोजित, ज़ैब और प्रामित) के अलावा कॉलेज का सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी भी आरोपी है. चार्जशीट में यह कहा गया है कि जब गार्ड को घटना की जानकारी हुई, तब उसने पुलिस को सूचना देने की बजाय गार्ड रूम को बंद कर लिया, जिससे पीड़िता को कोई सहायता नहीं मिल सकी.
आरोपी मनोजित पर पहले भी दर्ज हैं केस, लेकिन...
मनोजित मिश्रा कोई नया अपराधी नहीं है. रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि उसे इससे पहले आठ बार गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन हर बार उसके दोस्तों ने उसे जमानत दिलवा दी. वह साल 2024 से कॉलेज में अस्थायी कर्मचारी के रूप में काम कर रहा था, लेकिन इस घटना के बाद उसे निकाल दिया गया. वहीं, ज़ैब अहमद और प्रामित मुखर्जी को कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया है.
घटना ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोली
इस दिल दहला देने वाली घटना ने कॉलेज और शैक्षणिक संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है. जहां एक ओर आरोपी खुलेआम अपराध करते रहे, वहीं सुरक्षा कर्मी ने भी अपनी ज़िम्मेदारी निभाने में विफलता दिखाई. पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पुलिस की ओर से ठोस सबूतों के साथ चार्जशीट दाखिल की गई है, जिससे उम्मीद है कि दोषियों को सख्त सज़ा मिलेगी.


