Video : दिल्ली के बाद श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में बड़ा धमाका, 9 लोगों की दर्दनाक मौत, कई घायल
श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में फारिदाबाद से जब्त किए गए विस्फोटकों की जांच के दौरान अचानक हुए धमाके में नौ लोगों की मौत और कई लोग घायल हो गए. धमाका इतना शक्तिशाली था कि परिसर की कई गाड़ियाँ क्षतिग्रस्त हो गईं और आसपास के रास्ते बंद करने पड़े.

श्रीनगर : शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित नौगाम पुलिस स्टेशन के भीतर अचानक हुए एक भीषण धमाके में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. यह हादसा उस समय हुआ जब पुलिस और फॉरेन्सिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) की टीम परिसर के अंदर जांच कार्य में लगी हुई थी.
विस्फोटकों की जांच के दौरान हादसा
VIDEO | Jammu and Kashmir: Eight personnel have been injured in an accidental blast in Nowgam police station while taking samples of explosive material seized in Faridabad. Visuals from outside the police station.
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/k30uCLeO2j— Press Trust of India (@PTI_News) November 14, 2025
परिसर में भारी नुकसान, रास्ते बंद
धमाके की तीव्रता इतनी ज़्यादा थी कि पुलिस स्टेशन के भीतर खड़ी कई गाड़ियाँ क्षतिग्रस्त हो गईं. घटना के तुरंत बाद कई दमकल गाड़ियाँ मौके पर भेजी गईं. सुरक्षा कारणों से पुलिस स्टेशन की ओर जाने वाली सभी सड़कों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया.
2,900 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद
कुछ दिनों पहले ही सुरक्षा एजेंसियों ने फारिदाबाद के धौज और फतेहपुर टैगा क्षेत्रों में स्थित दो किराए के कमरों से करीब 2,900 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट और अन्य विस्फोटक सामग्री जब्त की थी. यह कमरा पुलवामा के रहने वाले डॉ. मुअज्जमिल शकील के नाम पर किराए पर लिया गया था, जो अल-फला मेडिकल कॉलेज में पढ़ाते थे.
पोस्टरों से शुरू हुआ सुराग, डॉक्टरों की तिकड़ी पर शक
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, कश्मीर में लगे कुछ उग्रवादी पोस्टरों की जांच से शुरू हुई यह कहानी मुअज्जमिल की गिरफ्तारी तक पहुंची. उससे हुई पूछताछ ने जांच टीम को फारिदाबाद में सक्रिय उस मॉड्यूल तक पहुंचाया, जहाँ से विस्फोटक सामग्री मिली. जांचकर्ताओं का मानना है कि यह पूरा नेटवर्क तीन डॉक्टरों डॉ. मुअज्जमिल शकील गनई, उमर नबी (जो 10 नवंबर को लाल किले के पास विस्फोटक से भरी कार चलाने वाला बताया जाता है), और मुज़फ्फर राथर (जो फिलहाल फरार है) की कोर टीम द्वारा संचालित किया जा रहा था.


