मुस्लिम-OBC को एकजुट करने में फेल MGB! बिहार वोटिंग सर्वे में हुआ बड़ा खुलासा...जानें किसने किसे दिया वोट
बिहार विधानसभा चुनाव में रिकॉर्डतोड़ वोटिंग हुई, दूसरे चरण में 68.79% और पहले चरण में 64% मतदान दर्ज हुआ. एग्जिट पोल के अनुसार नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली NDA को भारी बढ़त मिलने की संभावना है. OBC और SC मतदाताओं ने NDA का समर्थन किया, जबकि मुस्लिम मतदाता महागठबंधन के पक्ष में रहे.

पटना : बिहार में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गए हैं और दोनों चरणों की वोटिंग रिकॉर्डतोड़ रही, जिसमें दूसरे चरण में ऐतिहासिक 68.79 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ. पहले चरण में करीब 64 प्रतिशत मतदान हुआ था. कुल मिलाकर दोनों चरणों की औसत वोटिंग 66.93 प्रतिशत रही. चुनाव के बाद विभिन्न सर्वे एजेंसियों और टीवी चैनलों ने एग्जिट पोल के नतीजे जारी किए, जिनमें फिर से नीतीश कुमार की सरकार बनने की संभावना जताई गई है.
एग्जिट पोल में NDA की बढ़त
OBC और अनुसूचित जाति मतदाता रुझान
मैट्रिज एग्जिट पोल के अनुसार 51% OBC और 49% SC मतदाताओं ने NDA को वोट दिया, जबकि मुस्लिम मतदाताओं का 78% हिस्सा महागठबंधन के पक्ष में रहा. तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव अभियान में OBC, दलित और मुस्लिम समुदायों के अधिकार और आरक्षण के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया, लेकिन इसके बावजूद OBC समुदाय का बड़ा हिस्सा NDA के पक्ष में रहा.
बिहार में जातिगत संरचना और राजनीतिक प्रभाव
बिहार में जाति हमेशा से चुनावी रणनीति का महत्वपूर्ण पहलू रही है. अक्टूबर 2023 के अनुसार राज्य की 13 करोड़ से अधिक आबादी का 60 प्रतिशत से अधिक हिस्सा हाशिए पर पड़े समुदायों से संबंधित है. राज्य में लगभग 85% आबादी OBC, EBC, SC या ST समुदाय से आती है. इसमें EBC 36%, BC 27.1%, SC 19.7%, ST 1.7% और सामान्य वर्ग 15.5% शामिल है.
उम्मीदवारों का जातिगत वितरण
उम्मीदवारों के विश्लेषण से पता चला कि दोनों गठबंधनों ने विभिन्न जातियों और समुदायों के नेताओं को टिकट देने में लगभग संतुलन बनाए रखा. महागठबंधन ने यादव समुदाय पर अधिक ध्यान केंद्रित किया और 67 यादव उम्मीदवार उतारे, जबकि NDA ने केवल 19 यादव उम्मीदवार दिए. नीतीश कुमार ने अपनी जाति कुर्मी से 14 उम्मीदवारों को टिकट दिया, जबकि महागठबंधन ने इस जाति से केवल सात उम्मीदवार उतारे.


