नीतीश का मास्टरस्ट्रोक, 21,406 करोड़ से बिहार के गांव होंगे चकाचक!
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने और वहां की तस्वीर बदलने के लिए 21,406 करोड़ रुपये की विशाल परियोजनाओं की शुरुआत की है. इन परियोजनाओं का मकसद गांव-गांव तक बेहतर सड़कें, सुगम आवागमन और मजबूत संपर्क सुविधाएं पहुंचाना है.

Bihar Infrastructure Development: बिहार में ग्रामीण क्षेत्रों की कनेक्टिविटी को नई रफ्तार देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को 21,406.36 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का वर्चुअल शुभारंभ किया. इन परियोजनाओं के तहत 11,346 नई सड़कों और 730 छोटे पुलों का निर्माण किया जाएगा, जिससे राज्य के दूर-दराज़ गांवों में आवागमन पहले से अधिक सुगम हो सकेगा. मुख्यमंत्री ने 1, अणे मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास से आयोजित एक डिजिटल समारोह के माध्यम से ग्रामीण कार्य विभाग (RWD) की इन योजनाओं की शुरुआत की.
मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना को मिला नया रूप
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, ग्रामीण सड़क और प्रबंधन कार्यक्रम के तहत ‘मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना, 2024’ की शुरुआत की गई. इस योजना के तहत 5,047 सड़कों का निर्माण कार्य शुरू किया गया है, जिसकी कुल लागत ₹6,198 करोड़ है. साथ ही 4,079 सड़कों की आधारशिला रखी गई है, जिन पर ₹5,627 करोड़ की लागत आएगी.
मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना के तहत बनेंगे 704 पुल
आरडब्ल्यूडी द्वारा पुनर्जीवित की गई 'मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना' के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क को बेहतर बनाने के लिए 409 पुलों का निर्माण शुरू हो चुका है, जिनकी लागत ₹1,859 करोड़ आंकी गई है. इसके अतिरिक्त राज्य योजना के तहत 5 और पुल योजनाएं हैं जिनकी लागत ₹48 करोड़ है. साथ ही 295 पुलों की आधारशिला रखी गई है, जिनकी लागत ₹1,792 करोड़ है, और 24 अन्य योजनाएं भी राज्य योजना के अंतर्गत हैं जिन पर ₹279 करोड़ खर्च किए जाएंगे.
आरडब्ल्यूडी की कार्यप्रणाली की सराहना
ग्रामीण कार्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री के समक्ष विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया, जिसमें उन्होंने परियोजनाओं की प्रगति और आगे की कार्य की जानकारी दी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विभाग के कार्यों की सराहना करते हुए कहा, 'आरडब्ल्यूडी ने ग्रामीण सड़कों और पुलों के निर्माण में उल्लेखनीय काम किया है. मैं विभाग को इसके लिए बधाई देता हूं.' साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की विभिन्न योजनाएं जैसे कि मुख्यमंत्री ग्रामीण संपर्क योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना और सुलभ संपर्क योजना, इस लक्ष्य को सुनिश्चित कर रही हैं कि "हर गांव और हर टोले तक पक्की सड़कें पहुंचें, जिससे लोगों के लिए आवागमन और परिवहन आसान हो सके.'
परियोजनाएं समय पर पूरी हों, मुख्यमंत्री का निर्देश
मुख्यमंत्री ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि सभी निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरे किए जाएं ताकि जनता को समय रहते इनका लाभ मिल सके. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, मंत्री विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा और विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.


